देहरादून : कोरोना काल में कई शादियां टल गई। कई यादागार बन गई। कई कार्यक्रम टल गए। परंपराएं तक बदल गई। सैंकड़ों सालों से होने वाले आयोजन हुए तो लेकिन कोरोना की कासौटी पर। ऐसी ही एक शादी देहरादून के युवक और युवती की भी हुई। उनकी शादी देहरादून में होनी थी, लेकिन कोरोना ने सबकुछ बदल दिया। मजबूरी में दोनों को बेंगलुरु में ही शादी करनी पड़ी।
खास बात यह है कि उनकी इस शादी में उनके परिजन तक शामिल नहीं हुए। इस शादी को दोनों परिवार प्रोजेक्टर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देखते रहे और अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। दोनों परिजनों से ऑनलाइन आशीर्वाद लिया। जागृति और आलोक ने बेंगलुरू में शादी की, लेकिन दोनों के परिवारों ने देहरादून से ऑनलाइन हिस्सा ही दोनों को आशीर्वाद दिया। दोनों परिवारों के लिए ये शादी यादगार बन गई।
एमडीडीए कॉलोनी डालनवाला निवासी पवन जायसवाल ने बताया कि सोमवार को बेंगलुरु में उनकी बेटी का विवाह मोथरोवाला निवासी आलोक कांबोज से हुआ है। दोनों बेंगलुरु में जॉब करते हैं। उनका विवाह 25 अप्रैल को दून में तय किया गया था, लेकिन लॉकडाउन के चलते कैंसिल करना पड़ा। हालातों को देखते हुए जागृति और आलोक ने 15 जून को बेंगलुरु में ही सामान्य तरीके से शादी करने का निर्णय लिया। फैसले से दोना परिवार भी खुश हैं।