देहरादून: आपने टीवी पर बच्चों के किसी गड्ढे या बोरवेल में रिगने के बाद घंटों चलने वाले रेस्क्यू अभियान तो काफी देखे होंगे, लेकिन ऐसा रेस्क्यू अभियान नहीं देखा होगा, जिसमें किसी पक्षी को बचाने के लिए वन विभाग और फायर सर्विस ने पूरे आठ घंटे का रेस्क्यू अभियान चलाकर चील (ईगल) को बचाया।
दरअसल, देहरादून में यूकेलिप्टस के पेड़ पर बीते शुक्रवार से शनिवार तक दो दिन से उलटी लटकी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे बेजुबान पक्षी को बचा लिया गया। रेलवे कॉलोनी में 100 मीटर की ऊंचाई पर एक यूकेलिप्टस के पेड़ पर चील नायलोन की रस्सी में फंस गई थी। वन विभाग को पेड़ पर चील के फंसे होने की जानकारी मिली। इसके बाद वन विभाग की सिटी रेस्क्यू टीम के इंचार्ज रवि जोशी को टीम के साथ मौके के लिए रवाना हो गए।
टीम 11 बजे मौके पर पहुंची। इसके बाद ये रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक चला। इस दौरान टीम ने कई प्रयास किए कि चील रस्सी के फंदे निकल जाए, लेकिन करीब 100 मीटर की ऊंचाई पर होने के कारण सफलता नहीं मिल पा रही थी। बारिश होने से टीम यूकेलिप्टस के पेड़ पर भी नहीं चढ़ पाई और ऑपरेशन बीच में रोकना पड़ा। शाम के वक्त पुलिस के फायर सर्विस को मदद के लिए बुलाया गया। फायर डिपार्टमेंट की करीब 50 मीटर ऊंची सीढ़ी के सहारे यूकेलिप्टस के पेड़ पर चढ़े। इसके बाद 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम करीब 7 बजे रस्सी में फंसी चील को रेस्क्यू कर निकाल लिया गया। उसे रेस्क्यू सेंटर लेजाया गया।