अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रक्षा और विदेश मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह ने बीजेपी बड़ा झटका दिया है. मानवेंद्र आज राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच मानवेंद्र ने कांग्रेस का हाथ थामा है.
मानवेंद्र सिंह ने हाल ही में बाड़मेर के पचपदरा में स्वाभिमान रैली की थी. वहां उन्होंने ‘कमल का फूल, बड़ी भूल’ कहते हुए बीजेपी से अपना रास्ता अलग कर लिया था. दरअसल, मानवेंद्र की बीजेपी के प्रादेशिक नेतृत्व और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से लंबे समय से खटपट चल रही थी. राज्य के बाड़मेर व जैसलमेर के साथ-साथ आसपास के राजपूत समुदाय में मानवेंद्र और उनके जसोल परिवार की अच्छी पकड़ मानी जाती है.
बीजेपी से संबंध मानवेंद्र के 2014 के लोकसभा चुनाव में ही खराब हो गए थे, जब पार्टी ने उनके पिता और पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह को टिकट देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद जसवंत सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े और बीजेपी के उम्मीदवार से हार गए थे.
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मानवेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने को एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, बीजेपी का कहना है कि मानवेंद्र के इस कदम का पश्चिमी राजस्थान में पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं होगा. बाड़मेर के शिव विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार मानवेन्द्र सिंह ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 31 हजार 425 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी. मानवेंद्र सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.