मोहम्मद यासीन
किच्छा के वार्ड-13 वाल्मीकि बस्ती में कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को फिर से बैरंग लौटना पड़ा। उनको आरोप है कि इससे पहले भी 72 लोगों को होटलों में क्वारंटी किया गया था, लेकिन जिन लोगों को क्वारंटी किया गया उनके बच्चों और बुजुर्गों के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया गया। होटलों में लोगों को बदइंतजामी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
लोगों का कहना है कि जब तक उनको होम क्वारंटीन नहीं किया जाएगा, तब तक सैंप्लिंग नहीं होने दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि होम क्वारंटीन करने काम प्रशासन का है। वाल्मीकि बस्ती के लोग सैंपल देने का विरोध करते रहे और भारी विरोध के चलते घंटो तक समझाने के बाद भी उनके ना मानने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बैंरग लौट गई।
कुछ दिन पहले भी स्वास्थ्य विभाग की टीम कंटेनमेंट जोन वाल्मीकि बस्ती वार्ड नंबर-13 में सैंपल लेने पहुंची थी। लेकिन, बस्ती के लोगों ने सैंपल नहीं होने दिए और स्वास्थ्य विभाग की टीम को तब भी बैरंग ही लौटना पड़ा था। हैरानी की बात यह है कि इतना होने के बाद भी ना तो जिला प्रशासन कुछ कर रहा है और ना पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई कर रही है।