ऊधमसिंहनगर। प्रदेश में अवैध खनन किस तरह से हो रहा है, इसकी बानगी ऊधंमसिहनगर जिले के बाजपुर में देखी जा सकती है। यहां कोसी, दावका और ढेला नदियों में बारह महीनें अवैध खनन होता है। खनन माफिया ने कोसी नदी का सीना इतना गहरा कुरेद दिया है कि नदी के ऊपर से गुजरने वाले रेलवे पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है। मगर मजाल क्या कि शासन- प्रशासन इस पर नकेल कस सके। स्थानीय ग्रामीण इसके लिए खनन कारोबारियों के साथ शासन प्रशासन के मधुर संबन्धों को जिम्मेदार ठहराते हैं तो क्षेत्रीय विधायक और मौजूदा सरकार में काबिना मंत्री सफाई देते हैं कि उत्तर प्रदेश से सटे इलाके में अवैध खनन हो रहा है। मतलब इधर की तरफ ऑल इज वैल है। हालांकि मंत्री जी की माने तो अवैध खनन के खिलाफ सख्ती बरतने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं, जिसमें उनको कहा गया है कि, किसी के भी दवाब में काम न करें और अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाएं। सच कौन बोल रहा है स्थानीय ग्रामीण या मंत्री, ये तो वही जाने बहरहाल इलाके की हकीकत ये है कि इलाके की हर नदी का सीना जख्मी है और जेसीबी मशीने नदियों के घावों को और गहराई से कुरेद रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर स्थानीय प्रशासन के पास बेफिक्र होकर सख्ती बरतने के आदेश हैं तो फिर स्थानीय नदियों पर खनन माफिया का जुल्म किस की शह पर जारी है और स्थानीय प्रशासन एक्शन क्यों नहीं ले रहा है।