नैनीताल (मोहम्मद यासीन):- बैंकिंग सेक्टर में लाखों रुपये की नौकरी छोड़ उत्तराखण्ड पुलिस में ऑफिसर बने शान्तानु का गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व करने का सपना पूरा होने जा रहा है । युवा अधिकारी ने आज फुल ड्रेस रिहर्सल में ब्रिगेडों का नेतृत्व किया और प्रदेश के युवाओं को सम्मान की लड़ाई लड़ने का बड़ा संदेश दिया है ।
वर्षों पहले रातदिन पढ़ाई कर अपने मकसद को प्राप्त करने वाला 29 वर्षीय युवा पी.पी.एस.अधिकारी शान्तानु पाराशर कल के गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व करने जा रहा है. गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार फर्स्ट इन कमांड बनकर पुलिस ब्रिगेड की तरफ से मुख्य अतिथि को सलामी देंगे युवा अधिकारी। बैंकिंग सैक्टर की दोगुना तनख्वाह छोड़कर राज्य पुलिस सेवा से जुड़े हैं शान्तानु।
उत्तराखण्ड में नैनीताल के मल्लीताल फ्लैट्स में इनदिनों गणतंत्र दिवस परेड की जोरों से तैयारियां चल रही हैं। यहां जिलेभर के पुलिसकर्मी कंधों पर शस्त्र लेकर सटीक परेड करने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। ये पुलिसकर्मी और अधिकारी तो कई कई बार गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस परेड में हिस्सा ले चुके हैं। इतना ही नहीं, इनमें से कुछ लोग तो केन्द्र और राज्य स्तर पर भी परेड में हिस्सा लेकर सम्मानित हो चुके हैं। लेकिन यहां मौजूद सात प्लाटूनोँ के मुख्या ‘फर्स्ट इन कमांड’ बने हैं 2017 पी.पी.एस.बैच के टॉपर शान्तानु परिषर।
आई.आई.टी.रुड़की से बी.टैक और आई.आई.टी.दिल्ली से एम.टैक की डिग्री लेकर शान्तानु बैंक अधिकारी बने थे। बैंक में उत्तराखण्ड पुलिस की दोगुनी तनख्वाह थी, लेकिन सम्मान और चुनौतियों भरे काम को करने का जज्बा शान्तानु को इस लाइन में ले आया। देहरादून नीवासी शान्तानु मसूरी के एक प्रतिष्टित स्कूल से पढ़े हैं, उनका चयन प्रोविंशियल पुलिस सर्विस(पी.पी.एस.)में 2017 में हुआ था। शान्तानु को कुछ माह पूर्व ही लालकुआं के क्षेत्राधिकारी(सी.ओ.)की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शान्तानु ने बताया कि महत्वपूर्ण गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व करना गौरव कि बात है। उन्होंने कहा कि पुलिस का काम गर्व देने वाला है और इससे लोगों की मदद भी की जा सकती है । वो इस परेड को याद रखेंगे ।