ब्यूरो- सोमवार का दिन उत्तराखंड में प्रशासनिक अधिकारियों पर भारी गुजरा। सरकार ने जबरदस्त फेरबदल करते हुए कई IAS और IPS अधिकारियों को इधर उधर किया। कई अफसरों के पर कतरे गए तो कईयों को और जिम्मेदारी देकर उनको हैवीवेट बनाया गया। जबकि कई अधिकारी ऐसे भी रहे जिनको अभी तक कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई।
बहरहाल सरकार के इस बड़े फेरबदल पर सवालिया निशान लगने शुरू हो गए हैं। बागेश्वर के जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल को रुद्रप्रयाग का जिलाधिकारी बनाने पर भी सोशल मीडिया में आलोचना शुरू हो गई है।
कपकोट विधानसभा क्षेत्र से 2017 के चुनाव में बसपा से अपनी तकदीर आजमा चुके भूपेश उपाध्याय ने तीखा सवाल दागा है। भूपेश ने अपनी फेसबुक वॉल के जरिए टीएसआर सरकार दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
भूपेश ने लिखा है कि एमएलए बलवंत सिंह भौर्याल और खनन(खड़िया) माफिया के दबाव के चलते ही बागेश्वर के जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल का तबादला वक्त से पहले रुद्रप्रयाग किया गया है। भूपेश ने बागेश्वर के डीएम रह चुके मंगेश घिल्डियाल की कई खूबियों का जिक्र किया है।
आप भी पढ़िए, आखिर जिलाधिकारी के तबादले पर क्या कुछ लिखा भूपेश उपाध्याय ने। आपको बता दें कि जब सूबे में विजय बहुगुणा सरकार थी तब उपाध्याय पूर्व सीएम बहुगुणा के बेहद करीबी थे। उनके भाजपा मेंं जाने के बाद भूपेश उपाध्याय भी भाजपा में शामिल हुए, लेकिन विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा।