बडवाइज़र बीयर बनाने वाली कंपनी पर तीन साल के लिए बैन लगा दिया गया है जिसके बाद बीयर पीने वाले तीन साल तक बडवाइजर बीयन नहीं पी पाएंगे. जी हां ये बैन दिल्ली में लगाया गया है.
दिल्ली सरकार के आरोपों को ठहराया गलत
खबर के मुताबित दिल्ली सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी ब्रिवरी कंपनी Anheuser-Busch InBev को अपने प्रोडक्ट्स राज्य में बेचने से तीन साल के लिए बैन कर दिया है। एजेंसी की खबरों के मुताबिक कंपनी टैक्स की चोरी कर रही थी, जिसके चलते सरकार को यह कदम उठाना पड़ा। Budweiser बीयर कंपनी के सबसे पॉपुलर प्रोडक्ट्स में से एक है। AB InBev ने एक बयान जारी करके दिल्ली सरकार के आरोपों को गलत बताया है और कहा है कि इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में अपील करेगी।
ये है आरोप
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार 3 साल की जांच के बाद इस नतीजे पर पहुंची है. दिल्ली सरकार ने इन्वेस्टिगेशन के दौरान सरकार को पता चला कि AB InBev के अधिग्रहण वाली बीयर निर्माता SABMiller शहर के रिटेलरों को बेची जाने वाली अपनी बीयर बोतलों पर डुप्लीकेट बारकोड का इस्तेमाल कर रही थी, ताकि उन्हें एक्साइज ड्यूटी न चुकाना पड़े। AB InBev ने 2016 में 100 अरब डॉलर में SABMiller का अधिग्रहण किया था।
इतने साल के लिए बीयर बैन
इस मामले में 16 जुलाई को आए पहले फैसले में सरकार ने बताया कि कंपनी फर्जी बारकोड का इस्तेमाल कर रही थी। पिछले हफ्ते आए एक दूसरे ऑर्डर में दिल्ली प्राधिकरण ने कहा कि, AB InBev को तीन साल के लिए ‘ब्लैकलिस्ट’ किया गया है। यानी दिल्ली के किसी भी बाजार में इस कंपनी की का कोई प्रोडक्ट नहीं बिकेगा। AB InBev के किसी भी बीयर ब्रांड का फ्रेश स्टॉक शराब की दुकानों या रेस्त्रां में नहीं बिकेगा। प्राधिकरण ने शहर में AB InBev के दो गोदामों को भी सील करने का ऑर्डर दिया था, जिसे पूरा कर दिया गया है।
देश के बीयर मार्केट की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है
रिसर्च फर्म IWSR Drinks Market Analysis के मुताबिक AB InBev कंपनी Budweiser, Hoegaarden और Stella Artois जैसे पॉपुलर बीयर ब्रांड्स बनाती है। यह देश के 7 अरब डॉलर के बीयर मार्केट की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसका मार्केट शेयर 17.5% है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में बैन होने से कंपनी को झटका लगना तय है।