उधम सिंह नगर :(.मोहम्मद यासीन). यह साल वाकई उत्तराखंड के लिए बेहद भारी साबित हुआ है। आखिर किसने सोचा था कि पहाड़ों के ऊपर इस साल दुखों का बादल छटेंगे ही नहीं। देखिए न, कोरोना की महामारी के बीच हम अबतक अपने कितने पत्रकार साथी को खो चुके हैं। आज पहाड़ का एक और सपूत सभी को हमेशा-हमेशा के लिए रुला कर चला गया है।
हल्द्वानी के वरिष्ठ पत्रकार दानिश खान अब इस दुनिया में नहीं रहे हमेशा पत्रकारों के सुख दुख में कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले और पत्रकारों को एक माला में पिरोने का प्रयास करने वाले श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के नैनीताल जिला अध्यक्ष दानिश खान का निधन होने की खबर के बाद से प्रदेश में शोक की लहर है।
बीती शाम अचानक दानिश खान का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें हल्द्वानी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सक ने बताया कि दानिश खान को एक के बाद एक दो हार्ट अटैक हुए है, शाम पहाड़ों को अलविदा कह दिया है। इस खबर पर किसी को यकीन नहीं हो पा रहा है।