घर में चल रही थी शादी की तैयारियां, लॉकडाउन के कारण टाली गई थी शादी
वहीं बेटे की शहादत की खबर सुनते हैं परिवार में कोहराम मच गया। जहां बेटे की शादी की तैयारियों चल रही थी वहां मातम पसर गया। जानकारी मिली है कि पहले हर्षपति सिंह की शादी मई में होनी तय हुई थी लेकिन कोरोना के कहर और लॉकडाउन की वजह से नहीं हो पाई और शादी की तारीख अक्टुबर में तय की गई। बेटे के सिर पर सहरा नहीं बांध पाए। घर में बेटे की शादी की तैयारियों चल रही थी लेकिन किसे पता था कि उनका इकलौता बेटा तिरंगे में लिपटा पहुंचेगा। अपने इकलौते बेटे की शहादत की खबर से परिवार समेत पूरे गांव और क्षेत्र में शोक की कहर है।
4 बहनों के इकलौते भाई थे हर्षपाल
जानकारी मिली है कि शहीद की 4 बहनें हैं जिनकी शादी हो चुकी है। बहनें भाई को राखी भी नहीं बांध पाई और ना ही सिर पर सहरा बांध पाई। शहीद की शहादत को हम नमन करते हैं। सेना के जवान हमेशा से देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। सैनिक अपनी औऱ अपने परिवार की परवाह किए बगैर अपने प्राणों की आहूति देने को तैयार रहते हैं और इसलिए हम आज चैन की जिंदगी जी रहे हैं।