देहरादून : उत्तराखंड के लिए सीमा से बुरी खबर है। जी हां सीमा पर देश की रक्षा करते हुए मूल रुप से पिथौरागढ़ निवासी जवान शहीद हो गया है जो कि उत्तराखंड सहित पूरे देश के लिए बुरी खबर है। एक ओऱ जहां गुलमर्ग में लापता जवान राजेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर बरामद हुआ और आज शाम तक सुरेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर उनके देहरादून, अंबीवाला स्थित आवास पर लाया जाएगा तो वहीं गलवान घाटी में झड़प के दौरान घायल हुए देवभूमि के लाल हवलदार बिशन सिंह ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया औऱ वो देश के लिए शहीद हो गए।
खबर है कि उत्तराखंड के लाल हवलदार बिशन सिंह का पार्थिव शरीर आज उनके घर पहुंचाया है। जानकारी मिली है कि बिशन सिंह बीते दिनों चीनी सेना से हुई झड़प में घायल हुए थे जिनका उपचार एमएच लेह में चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद वो कुछ दिन बाद फिर से गलवान में ड्यूटी पर चले गए थे जिसके बाद दोबारा उनकी हालत बिगड़ने लगी। उनको गंभीर अवस्था में चंडीगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने दम तोड दिया। शहीद जवान मूल रुप से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी( बंगापानी ) के रहने वाले थे जिनकी उम्र 43 साल थी।
शहीद जवान हवलदार बिशन सिंह का पार्थिव शरीर रात करीब 1:30 बजे कामलुवागांजा स्थित उनके भाई जगत सिंह के आवास पर पहुंचाया गया। शहीद बिशन सिंह 31 अगस्त 2020 को सेवानिवृत्त होने वाले थे। शहीद बिशन सिंह अपने पीछे पत्नी सती देवी 40 वर्ष, पुत्र मनोज 19 वर्ष और पुत्री मनीषा 16 वर्ष को छोड़ गए हैं।