उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर के रहने वाले जवान प्रशांत कुमार शुक्रवार देर रात जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए. प्रशांत ने सीने पर चार गोलियां खाई और दुश्मनों से लड़ते रहे। घायल जवान प्रशांत को 92 बेस हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया। 23 साल के प्रशांत शर्मा के शहादत की खबर मिलने पर उनके परिवार और शहर में शोक की लहर दौड़ गई. वे मुजफ्फरनगर जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के बुढाना मोड मौहल्ले के रहने वाले थे. घरवालों को उनके शहादत की खबर मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. जानकारी मिली है कि प्रशांत दिसंबर में दूल्हा बनने वाले थे लेकिन इससे पहले उनकी शहादत की खबर घर आई और वो तिरंगे में लिपटे पहुंचे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं शहीद का पार्थिव शरीर लाया गया। अंतिम दर्शन में परिवार वाले फूट-फूट कर रोए।
पिता सेना से रिटायर्ड, सबसे बड़े थे प्रशांत
जानकारी मिली है कि 23 साल के शहीद जवान प्रशांत 2015 में स्पोर्ट्स कोटे से सेना में भर्ती हुए थे. और वर्तमान में वो राष्ट्रीय राइफल की 50 बटालियन में सिपाही के तौर पर तैनात थे और जम्मू कश्मीर के पुलवामा सेक्टर में तैनात थे. शुक्रवार को पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान एनकाउंटर में प्रशांत शर्मा शहीद हो गए, इन एनकाउंटर में 3 आतंकवादी भी ढेर हुए हैं.जानकारी मिली है कि शहीद जवान प्रशांत के पिता शीशपाल शर्मा सेना में नायक के पद से रिटायर्ड हुए थे। प्रशांत तीन बहन भाई हैं। बहन की शादी हो गई है। प्रशांत सबसे बड़े थे।
पिता बोले-दूसरे बेटे को भी सेना में भेजूंगा
जानकारी मिली है कि शहीद प्रशांत शर्मा की 6 दिसंबर को शादी होनी थी। वो दिसंबर में सहरा पहनकर दूल्हा बनने वाले थे। परिवार वाले शादी की तैयारियों में जुटे थे कि बेटा आएगा और दुल्हनिया लाएगा लेकिन बेटे की शहादत की खबर घर पहुंची। परिजनों समेत इलाके में रहने वालों का रोरोकर बुरा हाल है। आज प्रशांक की सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं पिता ने होश संभाला और कहा कि दूसरे बेटे को भी सेना में भेजेंगे।