काशीपुर : उत्तराखंड और देश के लिए एक ओऱ बुरी खबर है. देश का वीर सिपाही शहीद हो गया है जिसका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
जी हां मिली जानकारी के अनुार 18 कुमाऊं रेजीमेंट आर्मी में तैनात जवान युद्ध अभ्यास कर रहा था तभी सीढ़ी से गिरने की वजह से जवान शहीद हो गया। शहीद सुरेश चंद्र बलोदी मूलरूप से मालखेत, सल्ट अल्मोड़ा निवासी थे और वर्तमान में उनका परिवार काशीपुर,गौरी बिहार में रह रहा था…जहां मंगलवार रात सेना के जवान उनका पार्थिव शरीर लेकर काशीपुर पहुंचे। जहां से गंगे बाबा रोड स्थित श्मशान घाट तक सैकड़ों लोग उनकी अंतिम यात्रा में सरीक हुए। आज सुबह शहीद के पार्थिव शरीर ससम्मान शस्त्र सलामी देकर अंतिम विदाई देकर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान वहां मौजूद सभी की आंखे नम हुई।
बड़े भाई हाल ही में असम रायफल्स से रिटायर्ड हुए ,छोटा भाई भी आर्मी में
वहीं आर्मी में तैनात सबसे छोटे भाई पूरन चंद्र ने सुरेश की चिता को मुखाग्नि दी। सुरेश सैन्य परिवार से थे। बड़े भाई हाल ही में असम रायफल्स से रिटायर्ड हुए हैं। सैनिक के दो लड़की हैं। पिता ने खेती-किसानी कर परिवार का पालन पोषण किया था। 11 साल पहले उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुराहाल था।
चंडीगढ़ स्थित आर्मी की 18 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे शहीद
मिली जानकारी के अनुसार शहीद सुरेश चंद्र बलोदी (39) पुत्र स्व. गोपालदत्त बलोदी सन् 1999 में आर्मी में भर्ती हुए थे। जिनका परिवार सात सालों से काशीपुर में मकान बनाकर रह रहे थे। सात भाई व तीन बहनों में छठे नंबर के सुरेश चंद्र वर्तमान में चंडीगढ़ स्थित आर्मी की 18 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए सेना की बिल्डिंग इंटरवेशन ट्रेनिंग चल रही है। 18 मार्च को युद्ध अभ्यास के दौरान सुबह सवा सात बजे सुरेश सीढ़ी से छत पर चढ़ रहे थे। इस दौरान पैर फिसलने से नीचे गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।