राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी जैसे वैश्विक संकट के इस दौर में हमारी स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ा है। देश और राज्य के अधिकांश अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केन्द्रों को कोविड-19 सेन्टर के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज के साथ-साथ अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों के उपचार पर भी ध्यान देना आवश्यक है। वृद्वों, गर्भवती महिलाओं तथा छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना होगा।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में डाक्टर-नर्स तथा अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ पूरी लगन तथा समर्पण से कार्य कर रहे हैं। ये सभी अपनी अमूल्य सेवाओं से लोगों के जीवन की रक्षा कर रहे हैं। ये हमारे फ्रन्टलाइन कोरोना योद्धा हैं और हमें इन पर गर्व है। कोरोना आपदा के इस दौर में हमारे कोरोना योद्धाओं ने लोगों में आशा तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया है।
इस अवसर पर आर्ट ऑफ़ लिविंग के स्वामी सत्य चैतन्य एवं अन्य लोग उपस्थित थे।