हरिद्वार- जिलाधिकारी दीपक रावत का ग्राफ हरिद्वार में नैनीताल से भी ऊपर दिखाई दे रहा है। अबकी बार उन्होनेे आरटीओ कार्यालय का औचक्क निरीक्षण कर खलबली मचाई है। दरअसल दफ्तर में वाहन पंजीकरण फार्म का टोटा बताया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर जिलाधिकारी ने आरटीओ कार्यालय का रुख किया।
जिलाधिकारी ने अपने औचक्क निरीक्षण के दौरान पाया कि जिस फार्म की दफ्तर में किल्लत बताई जा रही है उस वाहन पंजीकरण फार्म को कार्यालय के बाहर ही एक व्यक्ति बैठ कर बेच रहा था।
गजब की बात तो ये है कि जो व्यक्ति फार्म बेच रहा था वह ओर कोई नहीं उसी कार्यालय में काम करने वाले बाबू का ड्राइवर था। जिलाधिकारी ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ड्राइवर के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही करने के आदेश एआरटीओ दिए।
आपको बता दें कि आरटीओ ऑफिस में मूल्य से अधिक लेकर लाइसेंस के पंजीकरण फार्म वितरित किए जा रहे थे जिसमें दो रूपए मूल्य के फार्म के 20 रूपए वसूले जा रहे थे। इसी को लेकर एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी हरिद्वार से गुहार लगाई जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एआरटीओ हरिद्वार पर छापेमारी की जहां पर औचक निरिक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने कई प्रकार की अनियमितता पाई।