हरिद्वार : पतंजलि योगपीठ फेस 2 में आयोजित ज्ञान महाकुंभ के दूसरे दिन दिए योगगुरु बाबा रामदेव एक विवादित बयान को लेकर चर्चाओं में आ गए हैं. ज्ञान महाकुंभ के दूसरे दिन बाबा रामदेव नें विचार साझा करते हुए कहा कि इस देश में जो हमारी तरह से विवाह ना करे उनका विशेष सम्मान होना चाहिए। जो विवाह करे तो 2 से ज्यादा संतान पैदा करे तो उसकी वोटिंग राइट नहीं होनी चाहिए।
दरअसल पतंजलि योगपीठ फेस 2 में आयोजित ज्ञान कुंभ के दूसरे दिन वक्ताओं ने उच्च शिक्षा और भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार रखें। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा को जाति धर्म वर्ण लिंग के आधार पर भेदभाव ठीक नहीं है।
रामदेव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सभी को समान शिक्षा का अधिकार है। हमारे अंदर ज्ञान की असीम संभावनाएं हैं। इसे तलाशने में गुरु और विश्वविद्यालय की भूमिका अहम है। कहा कि आज शिक्षण संस्थानों में अभ्यास पर ज्यादा जोर नहीं दिया जा रहा है। इसके बिना कोई भी पूरी तरह से प्रतिष्ठित नहीं हो सकता। कहा कि विश्वविद्यालयों में ऐसी व्यवस्था बनाएं, जहां प्रतिस्पर्धा की जगह आत्मास्पर्धा हो। इससे ही युग निर्माण संभव है उन्होंने विश्वविद्यालयों में योग आयुर्वेद नेचुरोपैथी आदि को बढ़ावा देने पर जोर दिया और इसके लिए पतंजलि की ओर से सहयोग का भी भरोसा दिया।