देहरादून : 2013 में आई भयानक आपदा के बाद सब यही कयास लगा रहे थे कि इस बार केदारनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या घटेगी…क्योंकि वो भयंकर औऱ दर्दनाक मंजर को याद कर आज भी आंखों में अंधेरे, पानी ही पानी, हर तरफ लाशें ही लाशें ऐसी तस्वीर सामने आती है…लेकिन हैरानी की बात है कि 07 वर्षों का रिक़ॉर्ड तोड़ते हुए इस वर्ष 7 लाख 32 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये।और इसमें पुलिस की भूमिका भी अहम रही. बात चाहे एसडीआरएफ पुलिस की करें या श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की उनके लिए सैल्यूट तो बनता है.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने जानकारी देते हुए हुए बताया कि इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई. उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 की त्रासदी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी कमी आई थी लेकिन उसके बाद पिछले वर्षों में उठते-उठते संख्या 4 लाख से ऊपर आ गयी, जबकि 2013 से पहले श्रद्धालुओं की संख्या का औसत आंकड़ा लगभग 5 लाख चल रहा था, 2012 में 5 लाख 73 हजार यात्री आये थे। इस साल सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 7 लाख 32 हजार यात्री केदारनाथ में दर्शन के लिए पहुंचे। ये यात्रा की सफलता का परिचायक है।
साथ ही यह भी बताया कि चार धाम यात्रा को सफल बनाने एवं श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की दृष्टि से सारी व्यवस्थाएं बहुत सुदृढ़ की तथा केदारनाथ रूट व सोनप्रयाग में एसडीआरएफ भी तैनात की गई। साथ ही यात्रा सीजन में यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा एवं सहयोग आदि हेतु यात्रा रूट पर अस्थाई सीजनल पुलिस चौकियाँ स्थापित कर उन पर आवश्यकतानुसार पर्याप्त पुलिस बल, क्यूआरटी, पीएसी, आईआरबी,होमगार्डस एवं पीआरडी स्वयं सेवको को भंली-भांति ब्रीफ कर तैनात किये गये थे।