प्रदेश में शनिवार तक मौसम की इलाकों में बिगड़ा रहा। जहां उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई तो वहीं पहाड़ी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि जमकर हुई। इसी बीच चीन सीमा पर एक ही दिन में पांच जगहों पर हिमस्खल हुआ है। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
एक ही दिन में पांच जगहों पर हिमस्खलन
प्रदेश में बीते कुछ दिनों में मौसम बदला। जिससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश हुई तो इस मैदानी इलाकों में भी गर्मी से राहत मिली। इस बर्फबारी के दौरान ही मौसम विभाग ने एवलांच का अलर्ट जारी किया था।
मौसम विभाग की ये भविष्यवाणी सत्य भी साबित हुई। प्रदेश में छह जगहों पर एवलांच आए। जिसमें से पांच अकेले पिथौरागढ़ में जबकि एक एवलांच बागेश्वर में आया। इस एवलांच में एक ट्रैकरों का दल फंस गया है।
चीन सीमा पर पांच जगहों पर आया एवलांच
पिथौरागढ़ में चीन सीमा से लगे इलाकों में एक ही दिन में पांच जगहों पर एवलांच आया। गुंजी-कुटी, आदि कैलास मार्ग तीन जगहों पर एवलांच आया। जबकि दारमा मार्ग पर दो स्थानों पर हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन के कारण ग्लेशियरों के टूटकर कर सड़क तक पहुंच गए।
जिस कारण यहां दोनों मार्ग बंद हो गए और यहां वाहन फंसे हुए हैं। फंसे हुए वाहन आदि कैलास जाने वाले मध्य मार्ग से ही वापस लौटे हैं। लिपुलेख-तवाघाट मार्ग पर हिमस्खलन के कारण यातायात बाधित हो गया था। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद 17 घंटे बाद खोल दिया गया है।
दारमा मार्ग भी हुआ बंद
चीन सीमा से जोड़ने वाले दारमा में भी झकला और गलछिन में एवलांच आया है। इसके कारण ग्लेशियर खिसक कर सड़क पर आ गए। दारमा मार्ग बंद होने से यहां गए वाहन फंस गए हैं। अब भी दारमा में लगातार बर्फबारी हो रही है। मिली जानकारी के मुताबिक मार्ग से बर्फ हटाने का काम चल रहा है। मौसम में थोड़ा सही होने के बाद ही देर शाम तक मार्ग खुलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आगे भी हिमस्खलन की जताई आशंका
मुनस्यारी में अब मौसम साफ बना हुआ है। लेकिन निचले इलाकों में बारिश का दौर जारी है। जबकि उच्च हिमालय में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग ने उच्च हिमालय में आगे भी हिमस्खलन की आशंका जताई है।