काशीपुर : आप सोच रहे होंगे कि आखिर बाइक के क्लच से कैसे गोली चल सकती है। लेकिन, यह पूरी तरह से सच है। काशीपुर में सड़क पार करते वक्त एक सुरक्षा गार्ड की बंदूक की बेल्ट सड़क पर चल रही एक बाइक के क्लच में फंस गई। इससे बंदूक का ट्रिगर दब गया और गोली चलने से सुरक्षा गार्ड घायल हो गया। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार ग्राम जुड़का निवासी वीरेंद्र सिंह रावत रामनगर रोड स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात थे। वो बैंक के सामने ही चाय के खोखे से लौट रहे थे। सड़क पार करते समय रामनगर की ओर से आ रही एक बाइक से टकरा गए। हादसे के दौरान बाइक के क्लच में वीरेंद्र की बंदूक की बेल्ट फंस गई। इससे वीरेंद्र का संतुलन बिगड़ गया। बाइक सवार और वीरेंद्र सड़क पर गिर पड़े। इसी दौरान बंदूक का ट्रिगर दब गया, जिससे गोली वीरेंद्र की दाईं जांघ में जा लगी।
फायरिंग की आवाज से वहां अफरातफरी मच गई। लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। इधर, बैंक के शाखा प्रबंधक वीके सोनी और अन्य कर्मियों ने घायल गार्ड को अस्पताल पहुंचाया। खून अधिक बह जाने के कारण वीरेंद्र की हालत गंभीर हो गई। इस पर परिजन उसे निजी अस्पताल में ले गए जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर राजीव चैहान ने बताया कि जांघ में गोली लगने से वीरेंद्र के घुटने के पीछे की धमनी फट गई थी।
इस कारण तेजी से रक्तस्राव हो रहा था। ब्लड ज्यादा गिर गया था, मरीज को खून की जरूरत थी। लेकिन सिर्फ एक यूनिट ब्लड का ही इंतजाम हो पाया। मूल रूप से पौड़ी के धूमाकोट के नाला निवासी वीरेंद्र सिंह भारतीय सेना में हवलदार पद से रिटायर्ड होने के बाद बार्ड की नौकरी कर रहे थे। 2014 में वह 19 गार्ड रेजीमेंट, गुरदासपुर से सेवानिवृत्त हुए थे। 12 साल पहले जुड़का नंबर दो में आकर बसे थे।