लक्सर: लक्सर शुगर मिल ने तालाब की सरकारी जमीन पर शराब फैक्ट्री खड़ी कर दी। शराब फैक्ट्री का खुलासा आरटीआई से हुई है। सूचना में मिली जानकारी के अनुसार तालाब की भूमि निकली। शिकायतकर्ता ने अवैध तरीके से बनी शराब फैक्ट्री के लाइसेंस को निरस्त कर तालाब की भूमि को कब्जा मुक्त करने की मांग को लेकर आबकारी विभाग और तहसील प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल मामले की सूचना की है।
लक्सर शुगर मिल द्वारा खसरा नंबर-217 पर शराब फैक्ट्री चलाई जा रही है, जिसकी शिकायत काफी लंबे समय से लक्सर के प्रवीण कुमार द्वारा तहसील अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक जा चुकी है। प्रवीण कुमार ने जिला आबकारी हरिद्वार से भी कई बार पत्र भेजकर शुगर मिल द्वारा तालाब की भूमि पर बनाई गई फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।
आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर शिव प्रसाद व्यास का कहना है कि यदि राजस्व विभाग तालाब की भूमि से शुगर मिल द्वारा बनाई गई फैक्ट्री का अतिक्रमण मुक्त कराता है। तो हमारे द्वारा उसके लाइसेंस निरस्तीकरण कर दिया जायेगा। हालांकि तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गांव केहड़ा खसरा नंबर 217 में तालाब की भूमि दर्शाई गई है, जिसमें लक्सर शुगर मिल द्वारा शराब फैक्ट्री बना दी गई है।
वहीं, जिला आबकारी अधिकारी द्वारा भी शिकायतकर्ता के शिकायती पत्र पर निस्तारण पत्र पर आयुक्त गढ़वाल मंडल व जिला आबकारी अधिकारी और आबकारी आयुक्त को शुगर मिल द्वारा चलाई जा रही फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त किए जाने की बात कही गई है। लेकिन, आबकारी विभाग द्वारा अभी तक लक्सर शुगर मिल फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त नहीं किया गया है। लक्सर उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा का कहना है कि लक्सर शुगर मिल द्वारा खसरा नंबर 217 पर बनाई गई शराब फैक्ट्री का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है, जिसको लेकर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद माननीय न्यायालय के अनुरूप शुगर मिल शराब फैक्ट्री पर कार्रवाई की जाएगी।