रुड़की- शहर में भ्र्ष्टाचार के खिलाफ एक आर टी आई कार्यकर्ता पिछले सात दिनों से अनशन पर बैठे है पर अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी या राजनेता इनकी सुध लेने नही पहुंचा. लेकिन शराब माफिया के रिश्तेदार भाजपा के एक नेता ने उन्हें धमकी जरूर दी है कि वह यह शराब माफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही ना करें.
सामाजिक मुद्दे को लेकर हमेशा से आनैतिक कार्यो के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले समाज सेवी व आर टी आई कार्यकर्ता गोपाल गोविंद कौशिक ने पिछले महीने की 17 तारीख को रुड़की में दस बजे के बाद खुल रही शराब की दुकान को लेकर आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह नेगी से फोन पर शिकायत की तो उन्होंने शराब माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उल्टा उनके साथ मारपीट कर उनका मोबाइल तोड़ डाला था. जिसके बाद वह सिविल लाइन कोतवाली की कोतवाल साधना त्यागी से अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत लेकर पहुंचे तो उन्होंने भी उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए उनकी स्कूटी को लावारिस में दाखिल कर अपने रुतबे का इस्तेमाल किया
जिसके बाद आबकारी विभाग के अधिकारी और कोतवाली प्रभारी के खिलाफ यह समाज सेवी अपने ही कार्यलय पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. किसी और जगह अनशन पर वह इस लिए नहीं बैठे की कोई भी असामाजिक तत्व उनके साथ कुछ भी कर सकता है. रुड़की के भाजपा नेता ने उन्हें फोन कर धमकी दी कि उनके रिश्तेदार का शराब का ठेका है और वह इस मामले में परेशान ना हो।
तो कहीं ना कही यही कहा जायेगा कि पुलिस से लेकर आबकारी विभाग और भाजपा के नेता सभी आर टी आई कार्यकर्ता को प्रताड़ित करने का काम कर रहे है. लेकिन यह अपने अनशन पर डटे हुए हैं.