किच्छा (मो. यासीन) : एक ओर सीएम भाजपा प्रत्य़ाशियों को जीत दिलाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं…कहीं रोड शो तो कहीं रैली-जनसभाएं कर रहे हैं तो वहीं भाजपा के कुछ विधायक-पदाधिकारी मुंह में तमाचा मारने का काम कर रहे हैं. कहीं भाजपा कार्यकर्ता बागी बन बैठे हैं को कही पार्टी में रहकर ही पीठ पर छुरा घोंपने का काम कर रहे हैं. जी हां सही सुना आपने कुछ लोग पार्टी में रहकर ही पार्टी के पीठ में छुरा घोंपने का काम कर रहे हैं.
भाजपा के किच्छा विधायक राजेश शुक्ला की फोन पर हो रही बातचीत का ऑडियो वायरल
मजधार में नैया डूबे तो माझी नाव बचाये, माझी जब नाव डुबोये, उसे कौन बचाये…पुरानी फ़िल्म के गाने की ये लाइनें आज याद आ गईं, वाकया ही कुछ ऐसा है। भाजपा के किच्छा विधायक राजेश शुक्ला की फोन पर हो रही बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है. ऑडियो किच्छा के भाजपा विधायक राजेश शुक्ला और सभासद प्रत्याशी प्रह्लाद खुराना के बीच की वार्ता का है. इसमें विधायक, प्रह्लाद खुराना से एक ऐसे प्रत्याशी के पक्ष में बैठने की बात कर रहे हैं, जो उसी वार्ड से भाजपा के प्रत्याशी नीरज बजाज के खिलाफ खड़ा है. ये प्रत्याशी सोनू, विधायक का नजदीकी बताया जाता है। ऐसे में लगता है कि शायद विधायक ये नहीं चाहते कि उस वार्ड से भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी चुनाव जीते। ऑडियो में विधायक ने इस बात को स्वीकार भी किया है कि भाजपा प्रत्याशी नीरज चुनाव नहीं जीत पायेगा।
ऐसे प्रत्याशी के पक्ष में बैठने की बात जो खड़ा है भाजपा के प्रत्याशी नीरज बजाज के खिलाफ
गौरतलब बात यह है कि भाजपा के विधायक राजेश शुक्ला प्रह्लाद खुराना से एक ऐसे प्रत्याशी के पक्ष में बैठने की बात कर रहे हैं, जो उसी वार्ड से भाजपा के प्रत्याशी नीरज बजाज के खिलाफ खड़ा है, लेकिन विधायक जी का चहेता है। शायद विधायक जी नहीं चाहते कि उस वार्ड से भाजपा का प्रत्याशी चुनाव जीते। ऑडियो में विधायक राजेश शुक्ला ने स्वीकार भी किया है कि नीरज चुनाव नहीं जीत पायेगा। आखिर जीतेगा भी कैसे जब अपने ही साथ नहीं हैं तो!
वार्ड संख्या 10 से नीरज बजाज भाजपा प्रत्याशी
आपको बता दें कि वर्तमान निकाय चुनावों में ऊधम सिंह नगर जिले की किच्छा तहसील के वार्ड संख्या 10 से भाजपा ने नीरज बजाज को अपना प्रत्याशी चुना है। टिकट की घोषणा होने के बाद भाजपा के ही 2 कार्यकर्ताओं ने बगावत कर दी और उसी वार्ड से भाजपा प्रत्याशी के विरुद्ध निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया। ऑडियो में विधायक ने स्वीकार भी किया है कि उनकी चली नहीं।
ऑडियो में भाजपा के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के नाम का जिक्र
ऑडियो में इस वार्ड में टिकट वितरण को लेकर भाजपा के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के नाम का भी जिक्र आया है। ऑडियो में स्पष्ट है कि विधायक जी बगावत कर चुके भाजपा के दोनों कार्यकर्ताओं में से एक प्रह्लाद खुराना को दूसरे बागी सोनू के पक्ष में बैठने के लिये कह रहे हैं साथ ही नामित कराने का प्रलोभन भी दे रहे हैं जो कि विधायक जी का चहेता है।
स्वयं पार्टी के विधायक ही पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त हैं
एक ओर जहां भाजपा का एक पैनल पूरे राज्य में निकाय चुनाव के दौरान रूठों को मनाने और पार्टी के विरुद्ध चल रही गतिविधियों में लिप्त लोगों के निष्कासन का काम कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर स्वयम पार्टी के विधायक ही पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि भाजपा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त कार्यकर्ताओं के विरुद्ध तो कार्यवाही कर रही है, लेकिन क्या वैसी ही सख्त कार्यवाही विधायक के विरुद्ध भी करेगी, जिनकी पार्टी के प्रति जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं की अपेक्षा और अधिक है या अनुशासनहीनता के लिये भी दोहरा मापदण्ड अपनायेगी? सवाल यह भी खड़ा होता है कि आखिर विधायक जी क्या कर रहे हैं? अपनी मर्जी के प्रत्याशी को टिकट न मिलने पर पार्टी से बदला ले रहे हैं या अपने चहेते के लिये पार्टी से ही धोखा कर रहे हैं?