हरिद्वार : लक्सर के खानपुर विधानसभा से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ एबीवीपी व क्षेत्र के युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है जहां और प्रणव सिंह चैंपियन का लक्सर के बालावाली तिराहे पर पुतला फूंक कर मुर्दाबाद के नारे बाजी की है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा कुछ समय पहले से विद्यालय में पीजी की क्लास से चलाने को लेकर संघर्ष करते चले आ रहे हैं किस को लेकर मंत्री धन सिंह रावत द्वारा एक प्रतिनिधिमंडल एबीवीपी छात्रों का देहरादून बुलाकर उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया गया था जिसको लेकर खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन में एबीवीपी कार्यकर्ता सचिन चौधरी को फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए डराया धमकाया जिसको लेकर एबीवीपी व क्षेत्रीय युवाओं में खासा रोष देखने को मिल रहा है जहां खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन से माफी मांगने की मांग की जा रही है तो वहीं माफी न मांगने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
वहीं मिहिर भोज संघ के अध्यक्ष नेम सिंह चौधरी ने दी खानपुर विधायक पर निशाना साधते हुए बताया कि खानपुर विधायक द्वारा जो भाषा अखिल भारतीय विद्या परिषद के कार्यकर्ताओं पर इस्तेमाल की गई है उससे पूरे क्षेत्र के युवाओं में विधायक जी के प्रति आक्रोश है विधायक को माफी मांगनी चाहिए और इन युवाओं की और क्षेत्र की जनता की वजह से ही 4 बार विधानसभा में बैठने का खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह को मौका मिला है यदि खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने माफी नहीं मांगी तो एबीवीपी और क्षेत्रीय युवा संघ सड़कों पर उतरकर आंदोलन विरोध प्रदर्शन करेगा और आने वाले चुनाव में इसका नतीजा विधायक जी को भुगतना पड़ेगा
बता दें कि आज शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यालय परिषद के कार्यकर्ताओं ने खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ पीसी कर मुर्दाबाद के नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन से माफी मांगने की मांग की। वहीं एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रणव सिंह चैंपियन का पुतला दहन करने की बात कही। खानपुर विधायक द्वारा माफी ना मांगने पर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.
चैंपियन पहले भी गाली के लिए और हथियार को लहराने को लेकर सुर्खियों में रहे। अपने शाही अंदाज को दिखाने के लिए वो कई बार हथियारों के साथ खेलते और सड़कों पर खुली कार में हाथ लहराते देखे गए जिसे जनता की और उत्तराखंड की कोई चिंता नहीं। विधायक ने उत्तराखंड को भई गाली दी थी जिससे लोगों मे रोष था और इसी को देखते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था लेकिन चंद महीनों में वापस ले लिया गया।