देहरादून : जहां देखो दुआएं हैं और आंखों में आंसू है. जी हां इस वक्त पूरे देश की जनता दुआ कर रही है अटली जी के लिए.जो की लंबे समय से बीमारी से झूझ रहे हैं। पिछले दो महीने से वह दिल्ली एम्स में भर्ती हैं. जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं पूरे देश के साथ उत्तराखंड की जनता भी दुआएं मांग रहे हैं. मंदिरों में लोग उनकी सलामती के लिए पाठ-पूजा कर रहे हैं.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी अटली जी का हाल-चाल जानने के लिए दिल्ली रवाना हुए.
देहरादून-मसूरी से अटली जी का गहरा नाता
जानकारी के लिए आपको बता दें कि काल के कपाल पर लिखने और मिटाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का उत्तराखंड से भी गहरा नाता रहा था. जी हां तो आपको बता दें उत्तराखंड पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है। लोगों की अलग-अलग राय है. जी हां अटल बिहारी वाजपेयी जी का उत्तराखंड से गहरा नाता रहा है खासकर मसूरी और देहरादून से. जब भी अटली जी को मौका मिलका तो वह मसूरी की शांत वादियों में सुकून पाने जरुर आते थे औऱ दो-चार दिन रुककर जाते थे।
देहरादून में अटल बिहारी वाजपेयी का ठिकाना मित्तल परिवार का पैतृक आवास हुआ करता था
आपको बता दें अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद भी कई बार इस बात का जिक्र किया कि देहरादून से उनका दिल का नाता है। देहरादून में अटल बिहारी वाजपेयी का ठिकाना मित्तल परिवार का पैतृक आवास हुआ करता था। जब भी वो दून आते कुछ वक्त मित्तल परिवार के बीच जरूर गुजारते थे। आपको बता दें स्वर्गीय नरेंद्र स्वरूप मित्तल जनसंघ से जुड़े रहे थे और अटल जी के बेहद करीब थे। अटल की खूबी थी कि कार्यकर्ता से लेकर आम व्यक्ति लोगों तक बड़े ही सहज और सरल अंदाज में मिलते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाने में भी उनका ही सबसे बड़ा हाथ रहा
आज उनके अंतिम क्षणों में पीएम मोदी से लिए अमित शाह, राहुल गांधी, सुषमा स्वराज, वसुधरा राजे से लेकर कई दिग्गज नेता उनका हाल-चाल जानने पहुंचे. आपको बता दें सुसमा स्वराज से लेकर तमाम ऐसे नेता हैं, जिनको अटल जी ने आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाने में भी उनका ही सबसे बड़ा हाथ रहा। उन्होंने नरेंद्र मोदी को गुजरात का सीएम बनाने के लिए कहा था, जबिक उस वक्त माेदी विधायक भी नहीं चुने गए थे।आपको बता दें अटल जी ने गठबंधन की सरकार को भी पूरे पांच साल चलाया था।