दिल्ली- कभी लोगों को पाप कर्म न करने उपदेश देने वाले आशाराम एक लंबे अर्से से जोधपुर की जेल में नबालिग लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में बंद हैं। आशाराम ने जमानत के लिए कई दांव पेंच चला दिये हैं लेकिन हर बार उनकी जमानत की याचिका खारिज हो जाती है। अबकी बार आशाराम ने स्वास्थ्य का हवाला देकर 1 दो महीने के लिए जमानत की गुहार लगाई है। क्या वाकई मे आशाराम का स्वास्थ्य खराब है इसकी जांच के लिए अब आशाराम को दिल्ली एम्स में लाया जाएगा। आशाराम की सेहत की जांच के लिए एम्स ने दिल्ली से मेडिकल टीम जोधपुर भेजने में असमर्थता जताई है। अब बाबा को जोधपुर से फ्लाइट के जरिए दिल्ली लाया जाएगा।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 7 डॉक्टर्स की टीम का एक पैनल बनाया गया है और सभी को आसाराम की जांच के लिए जोधपुर नहीं भेजा जा सकता, क्योंकि इससे अस्पताल का काम प्रभावित होगा। एम्स के वकील की दलील से संतुष्ट जस्टिस अर्जुन सिकरी की अध्यक्षता वाली बेंच ने अब आसाराम को जोधपुर जेल से दिल्ली लाकर एम्स में ही जांच का आदेश दे दिया है। उधर आसाराम के वकीलों ने कोर्ट से कहा कि इस मामले में मीडिया ट्रायल हो रहा है, इसलिए मीडिया रिपोर्ट पर कोर्ट रोक लगाए। लेकिन अदालत ने असाराम के वकीलों की इस दलील को मानने से इंकार कर दिया है।