राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों और मंत्रालयों की झांकी कलाकारों द्वारा अपने-अपने प्रदेशों की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य प्रस्तुत किए गए. प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ 3 राज्यों में उत्तराखंड को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है.
उत्तराखंड के कलाकारों को मिला दूसरा स्थान
उत्तराखण्ड सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं टीम लीडर के.एस. चौहान ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में देश के विभिन्न राज्यों से कलाकार आते हैं. इन कलाकारों से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतियोगिता कराई जाती है, जिसमें एक दल को केवल 3ः30 मिनट का समय दिया जाता है.
कलाकारों ने प्रसिद्ध जागर गीत और लोकनृत्य छपेली की थी प्रस्तुत
निर्धारित समय में अपने अपने लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत करने होते हैं. जिसमें, उत्तराखंड के कलाकारों ने “प्रसिद्ध जागर गायन और लोकनृत्य छपेली” प्रस्तुत की. जिसको भारत सरकार द्वारा गठित समिति ने पुरस्कार के लिए चयनित किया, इस “प्रसिद्ध जागर गायन एवं लोकनृत्य छपेली” में उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक को समिति द्वारा बहुत पसंद किया गया, जिसके कारण उत्तराखंड को यह पुरस्कार मिला है.
कर्तव्य पथ पर करेंगे प्रदर्शन
बता दें इस प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त होने से राज्य के कलाकार अब 26 जनवरी के बाद राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास और उपराष्ट्रपति ,रक्षामंत्री तथा जनजातीय मंत्री के समक्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. गणतंत्र दिवस परेड में इस साल उत्तराखण्ड द्वारा “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” की थीम पर झांकी का प्रदर्शन कर्तव्य पथ पर किया जाएगा.