एक बार फिर एक सेना का जवान हनीट्रैप का शिकार हुई. जी हां हनीट्रैप में फंसे सेना के जवान ने देश की सुरक्षा व हथियारों की खुफिया जानकारी विदेशी महिला को दी जिसके बाद सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है। महेंद्रगढ़ जिले के गांव बसई निवासी आरोपी जवान रविंद्र कुमार पुत्र रतन सिंह थल सेना की 5 कुमाऊं रेजिमेंट में सिपाही के पद पर कार्यरत है। पुलिस ने उसे नारनौल रेलव स्टेशन से पकड़कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
सेना का जवान का छोटा भाई भी सेना में
12वीं तक पढ़े रविंद्र की अभी शादी नहीं हुई है और उसका बड़ा भाई भी सेना में है। आरोपी के पिता की 6 साल पहले मौत हो चुकी है। पुलिस के अनुसार उसके पास से 7 जिंदा कारतूस, 2 मोबाइल व 3 सिम कार्ड बरामद हुए। अब पुलिस उससे साइबर सेल की मदद से जानकारी जुटा रही है। कुछ संकेत मिले हैं कि आरोपी के संबंध कहीं न कहीं पाकिस्तान से भी जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी महिला के नाम का खुलासा नहीं किया है।
चैटिंग के बाद वीडियो कॉल की, वॉट्सएप पर भी जुड़े
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविंद्र 2017 में सेना की 5 कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुआ था। 2018 में अमृतसर में पोस्टिंग के दौरान उसकी फेसबुक पर किसी विदेशी महिला से दोस्ती हो गई। पहले रविंद्र व महिला आपस में चैट करने तक सीमित थे। बाद में महिला ने रविंद्र से पूछा कि क्या काम करते हो तो उसने बताया कि मैं फौज में हूं और फिलहाल अपनी यूनिट के साथ अमृतसर में तैनात हूं। इसके बाद दोनों वीडियो कॉलिंग भी करने लगे।
महिला ने पूछी ये बातें
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2018 में विदेशी महिला ने पूछा कि तुम्हारी यूनिट की लोकेशन कहां है और कौन सी राइफल यूज करते हो। इस पर रविंद्र ने गूगल पर सर्च कर फौज में यूज राइफल की फोटो महिला के पास भेजी। इसके बाद वह अपनी यूनिट के साथ अमृतसर से अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गया। इसकी भी जानकारी महिला को दी। रविंद्र महिला के साथ वाॅट्सएप पर भी जुड़ गया और सभी खुफिया जानकारी देता रहा।
रविंद्र के परिवार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
आरोपी रविंद्र के गांव के लोग इस घटना पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि रविंद्र की मां ने बड़े संघर्ष से उन्हें पाला है। सेना में भर्ती होने से पहले भी रविंद्र व उनके परिवार का कोई आपराधिक रिकाॅर्ड नहीं रहा है।
सूचना देने को महिला ने खाते में 5 हजार रु. डलवाए
पुलिस के अनुसार दिसंबर, 2018 में विदेशी महिला ने आरोपी के अकाउंट में 5 हजार रु. भी डलवाए और कहा कि कोई सामान खरीद लेना। इसके एवज में रविंद्र लगातार देश की आंतरिक व बाहरी सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जगहों की जानकारी देता रहा। रविंद्र 8 जुलाई को 5 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था और नारनौल स्टेशन पर उतरा था।
नारनौल पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि रेलवे स्टेशन पर मौजूद सेना का सिपाही रविंद्र देश की सुरक्षा संंबंधी जानकारियां दूसरे देशों को दे रहा है। इस पर पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन ने फौजी को गिरफ्तार करने के आदेश दिए। पुलिस ने स्टेशन पर सर्च अभियान चलाया तो रविंद्र टैक्सी के इंतजार में चाय की दुकान पर बैठा मिला। पुलिस उसे गिरफ्तार कर सिटी थाने ले आई।