अबसे पहले कई हनीट्रैप के मामले सामने आ चुके हैं जिसमें चंद रुपयों औऱ अश्लील फोटोस के लिए सेना के कई जवानों ने देशके साथ गद्दारी कर ISI को खूफिया जानकारियां सौंपी औऱ उनकी गिरफ्तारी भी हुई. वहीं एक बार फिर आइएसआइ एजेंट के पकड़े जाने से सनसनी फैल गई जो ISI को सेना की अहम जानकारियां भेज रहा था.
जी हां दैनिक जागरण की खबर के अनुसार मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में इलेक्ट्रीशियन युवक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट को भारतीय खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। उसने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद आइएसआइ को सेना की खुफिया जानकारी और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
पुलवामा हमले के बाद दी कई अहम जानकारियां
वहीं स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल, चार सिम कार्ड, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए और मामला दर्ज किया. फिलहाल एसएसओसी आरोपित के बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया पर बने अकाउंट्स खंगाल रहे है। बताया जा रहा है कि आरोपित ने पुलवामा हमले के बाद सेना की कई अहम जानकारियां आइएसआइ को दी है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को भेजी सेना की गुप्त जानकारियां
SSOC के इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि मूल रूप से फाजिल्का और वर्तमान में जालंधर के नलवा रोड स्थित दशहरा ग्राउंड के पास रहने वाला राम कुमार सेना की गुप्त जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेजी है। आरोपित राम कुमार जालंधर कैंट स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में 2013 से बतौर इलेक्ट्रीशियन काम कर रहा है। इसके चलते उसे सेना की कई गुप्त जानकारियां और सेना के कई बड़े अधिकारियों के नंबर भी पता हैं। जिसके बाद उसके लिए जाल बिछाया और आरोपित को ब्यास के पास से धर दबोचा.
सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती
पूछताछ में सामने आया है कि राम कुमार पिछले एक साल से ISI के एजेंट्स के संपर्क में था। बताया कि पाकिस्तान आधारित इंटेलिजेंस ऑपरेटिव से सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती हुई थी और व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से वह उनसे बातचीत करता था। उसको भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात भारतीय सेना की इकाइयों, रक्षा दलों की हरकतों और विशेष सेना दलों की जानकारी देने के लिए कहा गया था। बताया जा रहा है कि राम कुमार भारत-पाक सीमा पर स्थित सेना की यूनिट्स, कंटीली तार के पास चलने वाली बीएसएफ की गश्त, सेना के चलने वाले काफिलों के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारियां सोशल मीडिया के द्वारा आइएसआइ को भेज चुका है।
मिले इतने रुपये
बता दें खूफिया जानकारी के बदले उसे चार बार में 60 हजार रुपये मिल चुके हैं।जो की उसके बैंक खाते में भेजे गए. वहीं अब सुरक्षा एजेंसियां राम कुमार के बैंक खातों को खंगाल रही है साथ ही उसका लैपटॉप और फोन भी खंगाला जा रहा है। ये जानकारी जुटाई जा रही है कि अब तक आरोपी ने क्या-क्या जानकारियां साझा की है.
वहीं अब खुफिया एजेंसियां पता लगा रही है कि आरोपित के कितने साथी हैं जो की इसमें शामिल है. कहा जा रहा है कि आरोपी के कुछ दोस्त और करीबियों पर भी एजेंसियों की नजर है।जिनकी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। शुक्रवार की शाम एसएसओसी ने राम कुमार को अमृतसर स्थित अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश कर 19 मार्च तक का पुलिस रिमांड हासिल किया है।