उत्तरकाशी : उत्तरकाशी में आई आपदा से कइयों के घर छिन गए तो कइयों से उनके अपने छिए गए. वहीं तबसे लगातार रेस्क्यू जारी है. एसडीआएफ की टीम लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों तक राशन पानी भिजवा रही है. वहीं इस आपदा से कई रास्ते बंद हो गए हैं जिससे लोगों तक रसद पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई जिसमें से एक हेलीकॉप्टर कल मोरी तहसील के मोल्ड़ी में क्रैश हुआ जिसमे तीन लोग मारे गए.
45 श्रमिक लगाए गए काम पर
वहीं इस हादसे के बाद से हेलीकॉप्टर द्वारा राहत औऱ खाद्य सामग्री भेजने का काम बंद करना पड़ा जिसके बाद अब रास्तों को खोलने का सिलसिला जारी है. आपदा से बंद हुए रास्तों को खोलने के लिए 45 श्रमिक लगाए गए हैं.
आऱाकोट नकोट मार्ग हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है. अभी भी रास्ते खोलने के काम जारी है. इस काम के लिए 1 पौकलैंड, 1 जेसीबी चिकोची-किरानू में लगाई गई है साथ ही, 3 पौकलैंड, 2 जेसीबी, कम्प्रेशर आराकोट-चिनवा-बालचा मार्ग पर लगाए गए हैं औऱ काम जारी है, कुल मिलातक 45 मजदूर रास्ते खोलने के काम में लगे हुए हैं.
ये-ये क्षेत्र हुए प्रभावित
आपको बता दें कि इस आपदा से माकुड़ी, सनेल, टिकोची, नगवारा, आराकोट, मोल्डी, मलाना, दुचाणु, कलीच, जोटरी, डगोली, बरनाली, थापलि, बलावट, चिवा और स्नोल समेत अन्य गांवों का लगभग 70 वर्ग किमी क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इन गांवों में जनजीवन सामान्य होने पर अभी वक्त लगेगा।