देहरादून- पहले सूबे के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने सार्वजनिक मंच से हरीश रावत और डा निशंक के कार्यकाल की तारीफ कर टीएसआर को असहज किया था। अब की बार टीएसआर कैबिनेट के दूसरे दिग्गज सतपाल महाराज के खत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को असहज कर दिया है।
अपने खत में सतपाल महाराज ने भी हरक सिंह रावत की तरह बेलगाम नौकरशाही का जिक्र किया है। महाराज ने अपने अनुभव के आधार पर नागरिक उड्डयन विभाग पर नकेल कसने को सीएम से कहा है। हालांकि सियासत की नब्ज को भांपने वालों की माने तो नौकरशाही के कंधे से महाराज ने मुखिया पर निशाना साधा है।
दरअसल नागरिक उड्डयन मंत्रालय सूबे के मुख्य सचिव के जिम्मे हैं। अपने खत में राज्य के पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री को अपने साथ हुई लगातार घटनाओं का हवाला देते हुए नागरिक उड्डयन विभाग की मनमानी की शिकायत की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लिखे पत्र में सतपाल महाराज ने कहा है कि बीती 10 मई को देहरादून से चमोली के वाण तक उन्हें हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी थी। फिर वहां लाटू देवता के कपाट खुलने के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करना था।
मगर वाण में हेलीकॉप्टर इसलिए नहीं उतारा गया क्योंकि हेलीपैड का निर्माण दलदली जमीन पर किया गया था। ऐसे में पायलट मुझे कार्यक्रम में भाग दिलाए बगैर ही वापस ले आया।
महाराज ने अपने खत में कहा है कि 23 मई द्रोणगिरी और भविष्यबद्री में आयोजित कार्यक्रमों में उन्हें शिरकत करनी थी लेकिन पायलट उन्हें जोशीमठ उतारकर रैकी करने की बात समझाकर देहरादून चला गया।
राज्य के पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री को अपने साथ हुई लगातार घटनाओं का हवाला देते हुए नागरिक उड्डयन विभाग की मनमानी की शिकायत की है। ऐसे में माना जा रहा है कि ये महज शिकायत नहीं बल्कि सीएम की काबिलियत पर निशाना साधा गया है कि टीएसआर नौकरशाही को काबू नहीं कर पा रहे हैं।