भले ही बीजेपी ने सरकार में आने से पहले, ‘न भय, न भ्रष्टाचार’ का नारा दिया था लेकिन सच यही है कि अपराधियों में फिलहाल कोई भय नहीं है। इस बात की पुष्टि हालिया आपराधिक घटनाएं कर रहीं हैं।
हल्दवानी में स्कूल की एक बच्ची के साथ उसके स्कूल वैन में दुष्कर्म का मामला सामने आया है। वैन के चालक और परिचालक ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। घटना का खुलासा बच्ची को दर्द होने पर हुआ जब उसके परिजन बच्ची को डाक्टर के पास ले गए। बच्ची ने डाक्टर को पूरी बात बताई। बच्ची ने डाक्टर को बताया कि दोनों अंकल मेरे साथ गंदा काम करते थे और रोने पर थप्पड़ भी मारते थे। घटना का खुलासा एक सामाजिक कार्यकर्ता की सक्रियता से हुआ।
जानकारी के मुताबिक गौलापार इलाके में रहने वाली करीब साढ़े चार साल की एक मासूम के साथ स्कूल वैन के चालक और परिचालक पिछले काफी दिनों से ये घिनौनी हरकत कर रहे थे। चूंकि बच्ची वैन के रूट पर सबसे अंतिम छोर पर रहती है लिहाजा बच्ची के वैन में अकेले होने का फाएदा दोनों ने उठाया। 17 सितंबर को भी बच्ची को तेज दर्द हुआ। परिजन जब उसे डाक्टर के पास ले गए तो डाक्टरी जांच में बच्ची के नाजुक अंगों से छेड़छाड़ की बात सामने आई। मेडिकल की भाषा में इसे दुष्कर्म कहा जाता है।
हालांकि इस बात का पता चलने के बाद भी परिजनों ने स्कूल वैन चालक और परिचालक के खिलाफ तहरीर नहीं दी। पुलिस ने उनसे तहरीर देने के लिए भी कहा लेकिन उन्होंने नहीं दी। लाख समझाने के बाद बच्ची के पिता ने सिर्फ बच्ची की पिटाई करने के संबंध में तहरीर दी है। इस बात की जानकारी जब एक सामाजिक कार्यकर्ता कैप्टन अनिल गुप्ता को लगी तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर दी। इसी आधार पर पुलिस ने चालक और परिचालक को गिरफ्तार कर लिया है।