विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमनोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। आपको बता दें कि गंगोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को दोपहर 12.35 मिनट पर तो वहीं यमनोत्री धाम के कपाट 16 नवंबर को बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ में कर सकेंगे।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के अवसर पर बंद होते हैं। इस बार अन्नकूट पर्व 15 नवंबर को है। इस दिन वेद मंत्रों के साथ मां की मूर्ति का महाभिषेक होता है। उसके बाद विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ कपाट बंद कर दिए जाएंगे। विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद गंगा की उत्सव डोली को मंदिर परिसर से बाहर निकाली जाएगी। जिसके बाद डोली मुखवा के लिए प्रस्थान करेगी।
डोली रात्रि निवास चंडेश्वरी देवी मंदिर (माकेंडेय मंदिर) में निवास करेंगे। वहीं यमनोत्री धाम के कपाट 16 नवंबर को बंद होंगे। मां यमुना की डोली सुबह विधिविधान के साथ मंदिर से डोली मुखवा के लिए प्रस्थान करेगी। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने कहा कि यमुनोत्री धाम के कपाट भाईदूज के दिन बंद होते हैं। इस बार भाई दूज का पर्व 16 नवंबर को है। इसी दिन कपाट बंद होने हैं। शुभ मुहूर्त आज तय होगा।