हल्द्वानी- देश में पिछले 22 सालों में 12 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। जबकि किसी भी उद्योगपति ने आत्महत्या नही की। लोकपाल के नाम पर कई सरकारें बदल गई लेकिन राज्यों में अब तक लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं की गई।
ये गंभीर बात प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने हल्द्वानी में प्रेस वार्ता के दौरान कही। इन मौके पर अन्ना हजारे ने जहां केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा वहीं किसानों की पेंशन और किसानों की फसलों के उचित दाम के लिए किसान आयोग बनाने सहित कई मांग की।
साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी आगे की रणनीति का खुलासा किया। अन्ना ने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो वे इन मुद्दों के लेकर एक बार फिर से सत्याग्रह करेंगे। हालांकि अन्ना ने कहा इस सत्याग्रह में राजनीतिक दलों के लिए दरवाजे पूरी तरह से बंद है।
वहीं अन्ना ने कहा कि सत्याग्रह में जो भी शामिल होगा वह इस बात के लिए उन्हें शपथ पत्र देगा कि सत्याग्रह का किसी भी तरह निजी सियासी फायदा नहीं उठाया जाएगा। अन्ना हजारे की माने तो अब तक उनके पास 5 हजार शपथ पत्र आ चुके हैं। ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि इनकी तादाद लगातार बढ़ेगी और तकरीबन 50 हजार लोगों के साथ वे 23 मार्च से फिर दिल्ली में सत्याग्रह करेंगे।