संवाददाता- 91 साल के एन.डी.तिवारी अपनी मर्जी से भाजपा में आ रहे हैं या जैविक पुत्र की महत्वकांक्षा खांटी कांग्रेसी एन.डी.तिवारी को भाजपा में धकेल रही है। ये एक बड़ा प्रश्न बन गया है। दरअसल जो शख्स जिंदगी भर दक्षिणपंथ की राजनीति का विरोध करता रहा हो वो शख्स कैसे जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर बीमारी की हालत में भाजपा को विजयी भव का आशीर्वाद दे सकता है। एन.डी.तिवारी के करीबियों को इस पर कतई यकीन नहीं हो रहा है कि पूर्व सीएम अपनी मर्जी से भाजपा को समर्थन दे रहे हों। एक अर्से तक उनके काफी करीब रहे उनके भतीजे मनीषी तिवारी के ट्वीट से महसूस हो रहा है कि शेखर तिवारी की महत्वकांक्षा एन.डी की निष्ठा पर सावलिया निशान लगा रही है। दरअसल जब तक एन.डी.तिवारी, शेखर को पुत्र मानने से परहेज करते रहे तब तक उनके भतीजे मनीषी तिवारी उनके काफी करीब रहे और ए.डी तिवारी भी उन्हें अपने काफी करीब मानते रहे। अब जब पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की भाजपा में जाने की अटकले लगाई जा रही हों ऐसे में उनके भतीजे मनीष तिवारी ने ट्वीट किया है ।
मनीषी ने ट्वीट कर कहा है कि “ उनकी शारीरिक व मानसिक हालत ऐसी नहीं है कि वे कुछ समझ सके। उन्हें यह भी पता नहीं होगा कि उन्होंने भाजपा का समर्थन किया है।“
उधर पूर्व सीएम एन.डी.तिवारी के जैविक बेटे शेखर तिवारी का कहना है कि, तिवारी कांग्रेस में अपनी उपेक्षा से परेशान थे, इसलिए भाजपा को समर्थन दे रहे हैं।