अगर आप देहरादून में रहते हैं और मिठाइयों के शौकीन हैं तो आपने हो सकता है आनंदम स्वीट्स का नाम सुना होगा। आप ये सोचते होंगे कि आनंदम की महंगी मिठाई खा रहें हैं तो अच्छी ही होगी। तो अब इस धारणा को बदलने का वक्त आ गया है। आनंदम स्वीट्स अब अपनी फफूंद लगी मिठाइयों के लिए भी पहचान बना रहा है। कहीं ऐसा न हो कि आनंदम की मिठाई आपको या आपके परिवार के किसी शख्स को डाक्टरों के चक्कर लगवा दे।
जी, ये वाक्या हुआ है सात जून को। दरअसल देहरादून में ही रहने वाले एक शख्स ने आनंदम स्वीट्स की पटेल नगर स्थित फैक्ट्री आउटलेट से जोधपुरी लड्डू खरीदे।
लड्डू खरीदे, बिल लिया और घर पहुंचे। घर में लड्डू खाने शुरु किए। बड़ों ने पूरा लड्डू एक बार में मुंह में रख लिया तभी घर के बच्चों ने भी लड्डू मांगे। बच्चों को देने के लिए जब लड्डू को दो भाग में किया गया तो लड्डू खरीदने वाला परिवार सन्न रह गया। लड्डू में अंदर से फफूंद लगी हुई थी। एक के बाद एक लड्डू इसी तरह से दो भागों में तोड़ कर देखे गए। सभी लड्डुओं में अदंर से फफूंद लगी मिली।
जिस परिवार ने ये लड्डू खरीदे थे वो इन लड्डुओं को लेकर फिर फैक्ट्री ऑउटलेट पर पहुंचे। अब ऑउटलेट के कर्मचारी उनसे इस मसले पर पहले तो बात करने को ही तैयार नहीं थे। कर्मचारियों का रवैया ठीक नहीं था लेकिन लड्डू खरीदने वाले ने जब दबाव डाला तो आखिरकार फैक्ट्री आउटलेट के कर्मचारियों ने माना कि लड्डू उन्हीं के यहां से खरीदे गए हैं।
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वहीं आनंदम स्वीट के मालिक इस मसले पर लड्डू खरीदने वालों से सीधे मुंह बात करने को तैयार नहीं हैं। हैरानी ये है कि ग्राहकों को शुद्ध और स्वादिष्ट मिठाई के नाम पर फफूंद लगी मिठाई बेचने वाले अपने ग्राहकों को धमकाने में जुटे हैं। ये वही आनंदम ग्रुप के मालिक हैं जिसका गुप्ता नमकीन ब्रांड भी है।
वहीं जिस परिवार ने मिठाई खरीदी उसने फूड इंस्पेक्टर से भी इस संबंध में बात की। लेकिन वहां उल्टी गंगा बह रही है। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को जिस मामले में स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए थी वहां फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारी मिठाई खरीदने वाले को ही सैंपल रुद्रपुर भेजने की सलाह दे रहें हैं।
आपको बता दें कि रुद्रपुर में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की लैब है और फूड सैंपल्स की जांच वहीं होती है। खाद्य विभाग के अधिकारी इस मामले में आनंदम स्वीट्स पर कार्रवाई करने में हीलाहवाली बरत रहें हैं।