चमोली – जोशीमठ के पास ज्योतिर्पीठ की आराध्य देवी पूर्णागिरी माता के दर्शनों से पीठ के ही संतों को रोके जाने नाराज चल रहे संत अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने अब जल भी त्याग दिया है।
मां के मंदिर के सामने योग्य पुजारी और योग्य व्यवस्थापक की तैनाती को लेकर धरने पर बैठे शंकराचार्य स्वरूपानंद स्वामी के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अन्न के बाद पानी का भी परित्याग कर दिया है।
आपको बता दें कि माता पूर्णागिरि ज्योतिर्मठ की अधिष्ठात्री देवी हैं। मठ से जुड़े लाखों लोगों के लिए देवी की पूजा अर्चना उनकी आस्था का विषय है। लेकिन संत अविमुक्तेश्वरानंद के इस कदम के बाद अहसास होने लगा है कि यात्रा सीजन में कहीं ये बड़ी प्रशासनिक चूक न बन जाए।