देहरादून। कांग्रेस द्वारा उत्तराखंड विधान सभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की जारी की गई सूची पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ देवेन्द्र भसीन ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे हरीश रावत द्वारा अपनी सीट छोड़ कर दो अन्य स्थानों से चुनाव लड़ने और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा भी अपनी सीट बदलने से साफ़ है कि कांग्रेस अंदर से बुरी तरह हताश है और परोक्ष रूप से हार मान चुकी है। दूसरी ओर कांग्रेस मुख्यालय पर की गई तोड़फोड़ कांग्रेस के बिखराव का प्रमाण हैं। देवेन्द्र भसीन ने कहा कि कांग्रेस द्वारा विधान सभा चुनाव के लिए जारी सूची देखकर साफ़ है कि इस चुनाव में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे हरीश रावत ने अपनी वर्तमान सीट ही नहीं छोड़ी बल्कि वे दो अन्य स्थानों से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश् अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी अपनी पिछली सीट छोड़ कर दूसरे स्थान से चुनाव लड़ेंगे। इससे कांग्रेस के अंदर की घबराहट और डर साफतौर पर सामने आ गया है। कांग्रेस नेता मान चुके है कि उत्तराखंड में उनकी पार्टी की हालत बहुत खराब हो चुकी है। हालात यह है कि मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश् अध्यक्ष भी भाग रहे हैं और सुरक्षित जगह देख रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सूची मे चार नाम भाजपा के असंतुष्टों के है। इनमे से एक भी वर्तमान में विधायक नहीं है । इससे साफ़ है कि कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवारों की भी कमी है और जिन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया उन्हें कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बना दिया। दूसरी ओर जो नेता कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों के विरोध व प्रधानमंत्री की नीतियों से सहमत हो कर कांग्रेस से भाजपा में आये वे सभी प्रमुख नेता व विधायक थे और उनमे मंत्री भी थे। भसीन ने कहा कि कांग्रेस बिखरा हुआ कुनबा रह गया है और आज कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जो तोड़फोड़ की वह इस बात का प्रमाण है।