प्रयागराज : अमित शाह के काफिले को बीच सड़क में जाकर काला कपड़ा दिखाने वाली वो लड़की आपको जरुर याद होगी जिस पर पुलिस ने डंडे बरसाए थे. दरअसल वो छात्रा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की थी जिसे निलंबित कर दिया गया है.
शोध छात्रा नेहा यादव का निलंबन
जी हां आपको बता दें कि इन दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हलचल मची हुई है. आए दिन किसी नकिसी चीज को लेकर विवाद हो रहे हैं. कभी छात्रावास वास आउट को लेकर विवाद हो रहा है तो कभी छात्रसंघ भंग किये जाने को लेकर. वहीं इस बीच प्रशासन ने अपनी शोध छात्रा नेहा यादव का निलंबन कर दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दिखाया था काला झंडा
नेहा यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को काला झंडा दिखाकर देश भर में सुर्खियां बटोरी थी। इसके पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हुए आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थ। नेहा समाजवादी छात्र सभा की कार्यकर्ता और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता है।
विश्वविद्यालय के प्राक्टर का दावा
इस मामले पर विश्वविद्यालय के प्राक्टर प्रोफेसर रामसेवक दुबे का कहना है कि नेहा यादव बीते दो साल से पढ़ाई कर रही है लेकिन इस दौरान नेहा के खिलाफ अनुशासनहीनता की कई शिकायत आई है. उन्होंने कहा कि छात्रावास में अनुशासनहीनता करना और कराना नेहा का काम है नेहा देर रात छात्रावास में जाना सुरक्षाकर्मियों से दुर्व्यवहार करने का आरोप है. प्राक्टर का दावा है की यह पहला मामला है जब 70 -80 छात्राओं ने किसी के खिलाफ लिखित शिकायत दी है।
नेहा यादव का का बयान
वहीं इस मामले पर नेहा यादव का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन मेरे खिलाफ गलत भावना से काम कर रहा है। नेहा का कहना है की विवि में आंदोलनों का बड़ा इतिहास रहा है अभी बीते साल ही छात्रावास खाली कराने के विवाद के बीच आगजनी तोड़ फोड़ भी हुई सभी छात्र नेता जेल तक गये लेकिन किसी को निलंबित नहीं किया।