गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और उनके समर्थन में बयान दे रहे विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा है। आजतक पर इंटरव्यू के दौरान शाह से सवाल किया गया कि सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद सीबीआई ने उन्हें समन भेजा है।
सत्यपाल के आरोपों पर अमित शाह का पलटवार
इस पर शाह ने कहा “ऐसा नहीं है। मेरी जो जानकारी है, उसके हिसाब से उन्हें दूसरी- तीसरी बार बुलाया गया है। जांच चल रही है। हमारे खिलाफ बोलने की वजह से उन्हें बुलाया गया है, ऐसा नहीं है। ” आगे शाह ने कहा ” लेकिन आपको यह भी पूछना चाहिए कि हमसे अलग होने के बाद ही सब बातें क्यों याद आती है।
आत्मा तब जागृत क्यों नहीं होती, जब सत्ता में बैठे होते हैं। इसकी क्रेडिबिलिटी के बारे में पूछना चाहिए। जब आपने जो कहा, वह सब कुछ सही है तो जब आप गवर्नर थे, तब क्यों चुप रहे? खैर यह सब सार्वजनिक चर्चा के मुद्दे नहीं हैं।”
भाजपा की सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिसे छुपाना पड़े: शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मैं इतना जरूर देश कि जनता को कहना चाहता हूं कि भाजपा की सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिसे छुपाना पड़े। कोई अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए हमसे अलग होकर कुछ कहता है तो उसका मूल्यांकन जनता और मिडिया को करना चाहिए। आप जब सत्ता में नहीं हैं, हमसे अलग हो गए हैं और जब आरोप लगाते हैं तो आरोप की वैल्यू और इसका मूल्यांकन दोनों करना चाहिए। “
आगे अमित शाह ने कहा ” हमारी पार्टी में वे लम्बे समय से काम कार रहे थे। वे राजनाथ सिंह जी की टीम में थे। मेरे साथ भी रहे। मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि वे लंबे अरसे से काम कर रहे थे, समय समय पर कोई अपना रूप बदलता है तो इसमें क्या कर सकते हैं? जनता को उन्हें पहचानना चाहिए।”
ये हैं सत्यपाल मलिक के आरोप
बता दें 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक क्रायक्रम के दौरान मलिक ने कहा था कि कश्मीर जाने के बाद मेरे पास दो फाइलें आई। इनमें से एक फाइल आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति कि थी। जो मेहबूबा मुफ़्ती और भाजपा की गठबंधन सर्कार में मंत्री थे। वे पीएम मोदी के भी काफी खास थे।
मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटला है। फिर मैंने बारी बारी से दोनों डील रद्द कार दी। सचिवों ने मुझसे कहा कि दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। लेकिन मैंने सचिव से कहा कि मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं। सिर्फ उसकी के साथ यहाँ से चला जाऊंगा।