देहरादून। उत्तराखंड में अमित शाह का दौरा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए भी अहम रहा। इस दौरे में अमित शाह खुले मंच से सीएम रावत की पीठ थपथपा गए। अमित शाह से सीएम रावत को मिली तारीफ ने विरोधी लॉबी का मुंह बंद कर दिया है।
सियासी गलियारों में शह और मात का खेल हमेशा चलता रहता है इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता। किसी नेता का सियासी कद ही राजनीतिक रेस में उसके ठहरने की गारंटी देता है। हालांकि सियासत में कद की उम्र तय नहीं की जा सकती लिहाजा कद के खत्म होने का अनदेखा डर हमेशा बना रहता है। ऐसे में जब पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा आपकी पीठ को थपथपा कर चला जाए तो समझिए की कद की उम्र लंबी हो गई।
देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित त्रिशक्ति सम्मेलन में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सूबे के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की जुगलबंदी खूब दिखी। कई बार ऐसा लगा मानों अमित शाह और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आंखों ही आंखों में कई बातें कर लीं। अमित शाह और सीएम रावत की कुर्सियां भी एक दूसरे के अगल बगल में लगाईं गईं थीं। अमित शाह ने अपने संबोधन में भी राज्य की त्रिवेंद्र सरकार को सौ फीसदी नंबर देने में गुरेज नहीं किया। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के जरिए शुरू की गई अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का अमित शाह ने खासतौर दिल खोलकर तारीफ की।
जाहिर है कि अमित शाह की ओर से मिली इस तारीफ ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के विरोधियों को न सिर्फ सियासी तौर पर बौना बना दिया बल्कि उनके मुंह बंद कर दिए।