चम्पावत जिले के बाराकोट ब्लाक के पदेड़ा गांव में ग्राम प्रधान की सीट एस-एसटी वर्ग के लिए आरक्षित की गई है, जबकि गांव में एक भी परिवार एससी-एसटी वर्ग का नहीं रहता है। गांव में एक मात्र आरक्षित वर्ग का परिवार रहता है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का है। अगर पंचायती राज विभाग ने आपत्ति दूर नहीं की, तो तय मानिये कि इस बार यूपी मूल का व्यक्ति उत्तराखंड के गांव का प्रधान बन जाएगा।
बर्दाखान इंटर काॅलेज के पूर्व कर्मचारियों को प्रधान बनाना मजूबरी हो जाएगी। गांव में 11 मतदाता पीजीभीत और बहराइच जिलों के भी हैं। ग्रामीणों ने इसका काफी विरोध किया, लेकिन जिला अधिकारी और पंचायती राज विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि चम्पावत के डीएम टीएस मार्तोलिया ने कहा कि समस्याओं का समाधान किया जाएगा।