ॉटिहरी के प्रतापनगर से गजब का मामला सामने आया है। जी हां बता दें कि टिहरी प्रतापनगर के ताला गांव में एक हारी हुई प्रधान प्रत्याशी डेढ़ साल पहले चुनाव हार गई थी लेकिन उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और आज डेढ़ साल बाद वो 82 वोटों से जीत गई हैं। इस मामले को देख और जान सब हैरान हैं। वहीं महिला प्रधान का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 में अक्तूबर महीने में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए वोट पड़े थे। इस चुनाव में ओण पट्टी के ग्राम पंचायत थाला में प्रधान पद के लिए सुषमा देवी और विनीता देवी प्रत्याशी थीं। इस चुनाव में विनीता देवी को 228 और सुषमा देवी को 146 वोट मिले थे। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने विनीता देवी को 82 मतों से निर्वाचित घोषित किया था। हारी हुई प्रत्याशी ने अधिकारियों पर मतगणना में धांधली और गड़बड़ी का आरोप लगाया था और वोटो की फिर से गिनती के लिए न्यायालय में याचिका दायर की थी। वहीं हाईकोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को एसडीएम प्रतापनगर रजा अब्बास के न्यायालय में ग्राम पंचायत थाला के वोटों की फिर से गिनती करवाई तो परिणाम चौंकाने वाला था। जी हां इसमे सुषमा देवी को 82 मतों से जीत मिली।
इस मामले पर एसडीएम ने जानकारी दी कि हाईकोर्ट के निर्देश पर पुनर्मतगणना हुई है, जिसमें पहले हारी हुई प्रत्याशी सुषमा देवी के पक्ष में 228 मत और विनीता देवी के पक्ष में 146 मत वैध पाए गए। सुषमा देवी 82 मतों से प्रधान चुनी गई हैं। एसडीएम ने बताया कि बीडीओ प्रतापनगर को पुनर्मतगणना में विजयी रही सुषमा देवी को ग्राम प्रधान का निर्वाचन प्रमाणपत्र देने और कार्यभार सौंपने के आदेश दे दिए गए हैं।