उत्तरकाशी- पहाड़ की शांत वादियों में ऐसा जघन्य अपराध हुआ जिसने देवभूमि के लोगों को झकझोर कर रख दिया. 12 साल की छोटी सी मासूम बच्ची जिसकी पढ़ने-लिखने औऱ खेलने-कूदने की उम्र थी कुछ दरिंदों का शिकार हो गयी. जिसके लिए अगर आऱोपियों को फांसी भी दी जाए तो वो भी कम सी लगती है.
गुड़िया हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं के नारे के साथ अपराध के विरोध
वहीं गुड़िया हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं के नारे के साथ अपराध के विरोध में आज समस्त छात्र संगठनों द्वारा स्कूल-कॉलेज और दुकानें बंद करायी गयी. साथ ही उचित कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहने की चेतावनी दी. साथ ही छात्र संगठनों ने प्रशासन से भी आग्रह किया कि सभी बाहरी व्यक्ति की जांच पडताल के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाए.
गौर हो कि कल सुबह उत्तरकाशी में 12 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दी गयी औऱ उसके शव को गांव के पास ही पुल पर फेंक दिया गया. जिसके बाद उत्तरकाशी में दूसरे दिन भी तनाव बरकरार है. खबर की भनक गांव वालों औऱ आस-पास के लोगों को जैसे ही लगी लोगों ने हंगामा किया औऱ तुरंत आरोपियों को पकड़कर कार्रवाई की मांग की. वहीं मौके पर डीएम आशीष चौहान, एसपी, विधायक गोपाल रावत औऱ भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची.
स्थानीय लोगों ने आशंका जताई कि पीड़ित परिवार से कुछ दूरी पर रह रहे मजदूरों ने घटना को अंजाम दिया। ये मजदूर सुबह से ही गायब बताए गए। इस देहरादून जाने वाले वाहनों में संदिग्धों की तलाश शुरू हुई।
पुलिस ने टिहरी जिले के थत्यूड़ और देहरादून में परेड मैदान के पास दो वाहनों में सवार सात मजदूरों को हिरासत में ले लिया। इन सभी को उत्तरकाशी लाया गया है।