उत्तराखंड की बदहाल 108 एम्बुलेंस सेवा के हालात किसी से छिपे नहीं है। भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर झुला पुल के पास बुधवार देर रात अल्मोड़ा से मरीज लेकर जा रही एम्बुलेंस बीच रास्ते में खराब हो गई। इस दौरान जाम में फंसे अल्मोड़ा से लौट रहे सांसद अजय भट्ट ने मरीज की मदद कर अस्पताल पहुंचाया।
बीच रास्ते में खराब हुई मरीज ले जा रही एम्बुलेंस
मिली जानकारी के मुताबिक मरीज को अस्पताल ले जा रही 108 एंबुलेंस का पहिया गड्ढे में जाने से बीच सड़क में एक्सेल टूट गया। जिसके चलते एम्बुलेंस रास्ते में ही रुक गया। एम्बुलेंस के खराब होने से एनएच पर वाहनों की लंबी कतार लग गई ओर घंटो तक जाम लग गया। जाम में फंसे सांसद अजय भट्ट ने स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से निजी एंबुलेंस से मरीज को हल्द्वानी भिजवाया।
एम्बुलेंस में मौजूद घायल महिला की पहचान अंजू देवी (23) निवासी धौलादेवी अल्मोड़ा के रूप में हुई। जानकारी के मुताबिक घायल महिला पेड़ से चारा काटते समय गिर गई थी। इस पर उनके परिजन उन्हें इलाज के लिए एम्बुलेंस की मदद से हल्द्वानी ले जा रहे थे। झुलापुल के पास गड्ढे में पहिया जाने से एंबुलेस का एक्सेल टूट गया और वाहन बीच सड़क पर खड़ा हो गया।
NH पर लगा लंबा जाम
एनएच पर लंबा जाम लगने से वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस बीच अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कर हल्द्वानी लौट रहे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी जाम में फंस गए। एंबुलेंस में मरीज के होने की जानकारी मिलते ही तुरंत एम्बुलेंस के पास पहुंचे। इस बीच सीएचसी गरमपानी से डॉ. गौरव कैड़ा और मदन मोहन कैड़ा ने हल्द्वानी की तरफ खाली जा रही निजी एंबुलेंस को रुकवाया और घायल महिला को उसमें शिफ्ट करवाया।
भट्ट ने DM और स्वास्थ्य सचिव को दिए ये निर्देश
मामले को लेकर अजय भट्ट ने डीएम और स्वास्थ्य सचिव से फोन पर वार्ता कर मामले से अवगत कराते हुए 108 व्यवस्था को ठीक करवाने के निर्देश दिए। जिससे मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो। सूचना पाकर मौके पर पहुंची खैरना चौकी पुलिस ने खराब हुए आपातकालीन वाहन को सड़क से किनारे करा कर जाम खुलवाया। जिसके बाद सड़क पर यातायात सुचारू हुआ।
अजय भट्ट ने सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
अजय भट्ट ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा कर लिखा कि आज अल्मोड़ा से आते समय तकनीकी रूप से खराब हुई एंबुलेंस में हेड इंजरी से घायल मरीज को तत्काल दूसरी एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार को आपातकालीन एंबुलेंस सेवा को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा चिकित्सा अधिकारियों को घायल व्यक्ति के प्राथमिकता के आधार पर उपचार करने के निर्देश दिए।