उत्तरकाशी जिले के मोरी आराकोट क्षेत्र में बारिश ने ऐसा कहर बरपाया की हर ओऱ हाहाकार मचा हुआ है. उत्तरकाशी की तस्वीर भयावय है. रविवार देर शाम तक उत्तरकाशी के आराकोट और माकुड़ी से आठ लोगों के शव बरामद हो चुके थे। सोमवार को मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है और छह लोग लापता हैं।
पीड़ितों की मदद के लिए वायु सेना से मदद ली
वहीं एएनआई ने ट्वीट कर अब तक 17 लोगों की मौत होने की बात कह रहा है। पीड़ितों की मदद के लिए सरकार ने वायु सेना से मदद ली, वायुसेना के हेलीकॉप्टर से पीड़ितों का राहत औऱ खाद्य सामग्री भिजवाई गई. मौके पर आईजी संजय गुंजयाल, डीएम आशीष चौहान और आपदा सचिव पहुंचे.
वहीं वायुसेना के हेलीकॉप्टर से दो घायलों के नाम आलम सिंह पुत्र माधव सिंह राजेंद्र सिंह पुत्र मोहर सिंह निवासी, चकराता को देहरादून भिजवाया गया और 108 की मदद से दून अस्पताल ले जाया गया. मकोड़ी और दगोली में हेलीपैड बनाया. मोरी से हेलीकॉप्टर से 4 गंभीर लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें देर रात प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच पाई थी। आईटीबीपी को भी राहत कार्यों के लिए रवाना किया गया हैै।
उत्तरकाशी जिले के मोरी आराकोट क्षेत्र में आपदा सचिव अमित नेगी, आईजी संजय गुंजयाल और उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान सोमवार को मौके पर हालात का जायजा लेने पहुंचे। सचिव आपदा अमित नेगी ने निर्देश दिए हैं कि गाड़, गदेरों (बरसाती नालों) में पानी बढ़ने से प्रभावित हुए किराणु, टिकोची, मोलडी में एसडीआरएफ की मदद से वैकल्पिक ब्रिज बनाया जाए।