केदारनाथ: वायु सेना के जाबांज पायलट जहां देश की सीमाओं की सुरक्षा के हर पल तैयार रहते हैं। वहीं, कई रेस्क्यू अभियानों में भी अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसा ही एक रेस्क्यू सेना के जवानों ने केदारनाथ में अंजाम दिया। इस अभियान में किसी व्यक्ति को रेस्क्यू नहीं किया गया। बल्कि सेना के एमआई-17 हेलीकाॅप्टर ने एक निजी कंपनी के हेलीकाॅप्टर को रस्क्यू किया।
11500 फीट की हाइट पर किसी हेलीकाॅप्टर को रेस्क्यू करना और फिर उसे दिल्ली तक लेकर जाना बेहद खतरनाक होता है। जरा से चूक भी भारी पड़ सकती है। लेकिन, वायु सेना के जवानों ने इस रेस्क्यू अभिया न को एमआइ-17 हेलीकाॅप्टर के जरिये बड़ी आसानी से कर दिखया।
दरअसल, पिछली 23 सितंबर को केदारनाथ में यूटी एयर हवाई कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह सवारियों को लेकर केदारनाथ से वापस फाटा शेरसी आ रहा था। हेलीकॉप्टर उड़ान भरने के लिए जैसे ही उड़ान भरनी शुरू की पायलट को तकनीकी खराबी का पता चाल और हेलीकॉप्टर को फिर से हेलीपैड पर उतारने की कोशिश की। इस दौरान पिछला हिस्सा जमीन पर लगा और हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया था।