ऋषिकेश : एम्स ऋषिकेश से कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने और फिर कुछ ही समय में फिर से भर्ती करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस महाराज और भाजपा पर हमलावर हो गई है। वहीं, इस मामले में अब एम्स ने भी बयान जारी किया है। एम्स का कहना है कि महाराज के घर पर होम आइसोलेशन की सुविधाएं पूरी नहीं थी। इसके चलते उनको फिर से भर्ती कराया गया।
डाॅ. मधुकर उनियाल ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) से बीते सोमवार शाम डिस्चार्ज किए गए पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एम्स अस्पताल में दोबारा एडमिट किया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार होम कोरंटाइन की समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते ऐसा किया गया है। एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत के स्टाफ ऑफिसर डा. मधुर उनियालजी ने बताया कि सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एसिम्टमेटिक ( जिस व्यक्ति में रोग के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हों) होने के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की रिवाइज गाइड लाइन के मद्देनजर उनके होम कोरंटाइन की समुचित व्यवस्था में रहने की बात पर डिस्चार्ज कर दिया गया थाा.
इसके लिए परिजनों द्वारा एम्स प्रशासन से आग्रह किया गया था। उन्होंने बताया कि इसके बाद मालूमात हुआ कि उनके घर पर परिजनों के होम कोरंटाइन में रहने की समुचित सुविधाएं नहीं हैं। लिहाजा, कोविड पॉजिटिव मरीजों की समुचित चिकित्सा व निगरानी के मद्देनजर सभी परिजनों को दोबारा अस्पताल में दाखिल कर दिया गया है। जिससे संक्रमित परिजनों की भी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके व अन्य कोई व्यक्ति भी उनके संपर्क में आकर संक्रमित नहीं हो। हालॉंकि महाराज के घर पर व्यवस्थाएं नहीं होने की बात गले नहीं उतर रही है. खुद को सवालों में घिरता देख एम्स अब ऐसा बयान दे रहा है.