प्रिय/आदरणीय कार्यकर्ता साथी,
भीषण चुनावी हार के डेढ़ माह बाद आपको पत्र लिख रहा हॅू। प्रत्येक हार के अपने कुछ कारण होते हैं। इस हार के भी आपने कुछ कारण ढूंडे होंगे। मुझे विश्वास है, आप भविष्य के लिए उसका तोड़ भी ढूंड लेंगे। भाजपा के पक्ष में ऐसी कोई आंधी नहीं थी कि, ऐसी मकान उखाड़ जीत उनको मिलती। हमारी सरकार के खिलाफ भी कोई हवा नहीं थी। सभाओं में लोग बड़-चढ़कर आ रहे थे। विधानसभा क्षेत्रवार चुनाव प्रचार अच्छा चल रहा था। यदि सरकार के कार्य पर वोट होता तो अकेले आपदा के बाद चारधाम यात्रा का संचालन व आपदा पीड़ितों व क्षेत्रों का पुर्नवास तथा पर्यटन व्यवसाय का पटरी पर लौटना ही, इतना बड़ा काम है, कांग्रेस को वापस सत्ता में आना चाहिये था। आज देश में जिन राज्यों की जी0डी0पी0 व प्रति व्यक्ति औसत आय सबसे तेजी से बढ़ रही है, उत्तराखण्ड उन चुनिन्दा चार राज्यों में हैं। डूईंग इन बिजनेस में 9वें व नीतिगत पारदर्शिता के मामले में हम देश में तीसरे स्थान पर हैं। हमारी औद्योगिकरण की नीति को सबने सराहा है। पैकेज समाप्त होने के बाद भी बड़े-बड़े उद्योग उत्तराखण्ड में आ रहे हैं।
इस वर्ष सरकारी विभागों में, 30 हजार से अधिक रिक्तियों को भरने का हमने एक नया रिकार्ड बनाया है। सभी आरक्षित रिक्त पदों को या तो भर दिया गया है या विभागों द्वारा अधिनस्थ सेवा चयन आयोग को अधियाचन भेज दिया गया है। जिस राज्य में पटवारियों, चिकित्सकों सहित दर्जनों कैडरों में 2003 से भर्तियां नहीं हुई थी, हमने भर्तियां की हैं। अधिनस्थ सेवा चयन आयोग, मेडिकल भर्ती बोर्ड, उच्च शिक्षा भर्ती बोर्ड, माध्यमिक व तकनीकी शिक्षा बोर्डों का गठन कर हमने विभागों में नियमित भर्तियों का रास्ता खोला है। इन तीन वर्षों में हमने रिकार्ड संख्या में तहसीलें, उप तहसीलें, नगर पालिकायें व नगर पंचायतें, विश्वविद्यालय, इंजिनियरिंग, मेडिकल व नर्सिंग कालेज, पॉलीटेकनिक, आईटीआईज, हाईस्कूल, इण्टर कालेज खोले हैं व स्कूलों को मान्यता व अनुदान स्वीकृतियां दी हैं। वर्ष 2014 में विद्यालय, प्रधानाचार्य व अध्यापक रहित थे। आज संख्या लगभग पूरी है। साढ़े पाॅंच सौ स्कूल व कालेजों को, माॅडल स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना लागू की है। ग्रामीण बच्चों को अंग्रेजी का ज्ञान देने हेतु उन्नति प्रोजेक्ट लाये। इस दौरान 400 से अधिक डाॅक्टर्स की नियुक्ति कर डाॅक्टर्स की उपलब्धता को पहले के मुकाबले सुधारा गया है। हमारी सरकार फाॅर्मासिस्टों, आर्युवेदिक व डेन्टल डाॅक्टर्स की नियुक्तियों की प्रकिया प्रारम्भ करके गई है। हमने मेडिकल कैम्पों व मोबाईल मेडिकल सुविधाओं का विस्तार कर दूर-दराज के क्षेत्रों को भी मेडिकल सुविधाओं से जोड़ा है। इन सुविधाओं में सुधार हेतु विश्व बैंक की सहायता से 800 सौ करोड़ रूपये की योजना भी हमारी सरकार ने स्वीकृत की हैं। हमारे कार्यकाल में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार प्रारम्भ हुआ है, अपेक्षित सुधार में समय लगेगा। महिलाओं की मृत्यु के बड़े कारण प्रदर रोग व खून की कमी के खिलाफ तीन वर्ष की कार्य योजना पर हमने काम प्रारम्भ किया है। स्कूलों में बालिकाओं को, गांवों में किशोरियों को दो रूपये में सेनटरी नैपकिन देना प्रारम्भ किया है। गर्भवती पौस्टिक आहार योजना के साथ यह निर्णय महिलाओं के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से हमारी सरकार का एक बड़ा कदम है।
अनेक विभागों में ढ़ाचे व विभागीय नियमावलियां नहीं थी। अधिकांश विभागों में समय पर डी0पी0सी0 ना होने से ढ़ांचागत अनिमिततायें पैंदा हो गई थी। पुलिस से लेकर अधिकतर विभागों में वेतन विसंगतियां व्यापक असंतोष का कारण थी। मेरी सरकार ने इन सब समस्याओं का समाधान निकाला। हमारी सरकार ने 7वें वेतन आयोग का लाभ भी निगमों आदि सहित सभी कर्मचारियों को दिया है। राज्य बनने के बाद से आज तक विभिन्न विभागों में गठित आधे से अधिक नीतियां व विभागीय ढ़ांचे हमारी सरकार द्वारा तैयार किये गये है ।
ढ़ाचागत क्षेत्र के विकास के लिए मेरी सरकार द्वारा रोप-वे, फ्लाईओवर, टनल, पुल निर्माण हेतु, अवस्थापना निर्माण एवं विकास निगम, रिवर फ्रन्ट डैवलपमेंट अथोरिटी, मैट्रो निर्माण निगम तथा गैरसैंण अवस्थापना एवं सड़क विकास निगम, नये शहरों की स्थापना एवं विकास तथा 35 हजार घरों के निर्माण के लिए उत्तराखण्ड हाउसिंग एवं अर्बन डैवलबमेंट अथोरिटी, मांईनिग काॅरपोरेशन तथा फाॅरेस्ट पर्यटन को बढ़ाने व नियमित करने के उद्वेश्य से वन निगम की अधीनस्थ इकाई के रूप में एक पृथक निगम का गठन किया है। इन निर्णयों के दूरगामी लाभ राज्य को प्राप्त होंगे। आपको निकट भविष्य में, कई फ्लाईओवर, टनल व रोपवेज, रिवरफ्रन्ट पर हमारी संस्थायें कार्य करती हुई मिलेंगी। हमने इस वर्ष 1343 सड़कों में काम प्रारम्भ किया। भारतीय रोड़ कांग्रेस ने हमारी सड़कों के स्तर की प्रंशसा की है। हमारे प्रयास से हमारे विद्युत निगम लाभ में आये हैं। आज हम सबसे सस्ती, अच्छी, 24 घंटे बिजली देने वाले राज्य बन गये हैं। आज अच्छी बसें रोडवेज की पहचान हैं। कुमाऊं मण्डल विकास निगम लाभ में आ गया है। गढ़वाल मण्डल विकास निगम भी शीघ्र लाभ में आ जायेगा। जल निगम को पुनः काफी काम मिल गये हैं। वन निगम पहले से लाभ में है।
आपकी पार्टी के शासन काल में उत्तर प्रदेश के साथ विवादस्पद 37 नहरों व कुछ भवनों का स्वामित्व उत्तराखण्ड को प्राप्त हुआ है। रोडवेज के साथ कुछ विवाद सुलझे हैं, जमरानी बांध के एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर करने को उत्तर प्रदेश तैयार हुआ है।
हमारी सरकार, पहली सरकार थी जिसने राज्य की आय के साधन बढ़ाने के लिए नये कानून बनाये व माध्यम ढूंढे। इस वर्ष राज्य सरकार चाहे तो बिना अपने नागरिकों के ऊपर भार बढ़ाये, नये श्रोतों से दो हजार करोड़ रूपये का राजस्व बढ़ा सकती है।
राज्य के विकास से जुड़ा कोई सवाल ऐसा नहीं है, जिसका हमने समाधान ना किया हो या समाधान करने का प्रयास प्रारम्भ ना कर दिया हो। कभी-कभी ऐसा लगता है, जैसे किसी अदृष्य शक्ति ने एक झपट्टे से हमसे जीत छीनी है। यह शक्ति कुछ भी हो सकती है। हम चुनाव हारे हैं, यह एक दुःखद सत्य है। हमें वर्तमान हार से भविष्य की जीत की नींव रखनी है। हार का उत्तर केवल जीत है। हम सब कुछ करने के बाद हार गये, मोदी जी बिना कुछ किये चुनाव जीत गये। मोदी जी का बड़े से बड़ा प्रशंसक यह नहीं बता सकता है कि, उन्होंने उत्तराखण्ड के लिए क्या किया है। हमने बिना केन्द्र की मद्द के अर्द्ध कुम्भ, कावंड़ से लेकर राज्य के सम्मुख आई प्रत्येक चुनौती को उत्तराखण्ड के लाभ में बदला है। आज मैं दावे के साथ कह सकता हॅू, यदि केदारनाथ में निर्माण कार्य हमारे कार्यकाल की तर्ज पर यथावथ चलेगा, तो वर्ष 2018 में केदारनाथ दुनिया का सबसे व्यवस्थित भव्य तीर्थ स्थल होगा।
हमने चारधाम के साथ-साथ अन्य तीर्थ स्थलों मदमहेश्वर, जागेश्वर, तुंगनाथ, हाटकाली, कालीमठ, पूर्णांगिरी, विश्वनाथ, वैजनाथ, आदि-कैलाश, कर्णवाश्रम, हेमकुण्ड, नानकमत्ता, रीठासाहब व कलियर शरीफ को भी सुविधायुक्त बनाकर यह सुनिश्चित किया है कि, देश और दुनिया से अधिक से अधिक यात्री यहां आयंे। कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग में भारी गुणात्मक सुधार किये हैं। राज्य के समस्त ट्रेकिंग मार्गों के सुधार की कार्य योजना प्रारम्भ की है। हमारी सरकार ने धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, पर्यावरणीय, साहसीक पर्यटन का समायोजन कर लगभग 200 नई पहलें प्रारम्भ कर पर्यटन क्षेत्र को नया आयाम दिया है।
पर्यटन के विभिन्न स्वरूपों, संस्कृति, भाषा, बोली, कला, संस्कृति कर्मियों, शिल्प, शिल्पियों, परमपराओं, परमपरागत खान-पान, भेष-भूषा, कृषि, बागवानी, पशुधन विकास, दुग्ध उत्पादन सहित कृषि के सभी सम्बद्व क्षेत्रों, पर्वतीय चकबन्दी, परमपरागत फसलों को बढ़ावा, गन्ना विकास, खेल कूद, लघु व एकल उद्यमिता, स्वरोजगार, गांव व ग्राम विकास, गौवंश सवंद्र्वन, जल संवद्र्वन, वन व वन विकास, महिला आर्थिक-सामाजिक सशक्तिकरण, दिब्यांगों, वृद्वों, विधवाओं, गरीबों, दलितों, जनजातियों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दूर दराज के क्षेत्रों, अल्पसंख्यकों, विमुक्त जातियों के लिए कांग्रेस सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर मैं आपको अलग से दूसरा पत्र लिखूंगा। मुझे गर्व है कि कांग्रेस सरकार ने महिला व बाल कल्याण तथा सामाजिक पंेशनों के विस्तार के क्षेत्रों में सारे देश में सबसे अच्छा कार्य किया है। हमने उम्र आधारित पेंशन को अपने प्रत्येक नागरिक का अधिकार बना दिया है। आज उत्तराखण्ड सबसे ज्यादा प्रकार की सामाजिक पेंशनें व सबसे ज्यादा पन्द्रह सौ रूपये (65 वर्ष से ऊपर) प्रतिमाह पेंशन देने वाला राज्य है। हमने प्रत्येक कर्मकार को साठ वर्ष का होने पर सामाजिक पेंशन का अधिकार दिया। यह कोई छोटा कार्य नहीं है। आज सड़क में पत्थर तोड़ने वाले, मकान बनाने वाले, राज मिस्त्री, ओड़ व मनरेगा श्रमिक भी पेंशन पात्र है। हमने महिला आर्थिक सशक्तिकरण का एक प्रभावी माॅडल बनाकर उसे क्रियान्वित किया है। इन्दिरा अम्मा कैंटीन से लेकर टैक होम राशन योजना, अपने खेत में काम करने वाली महिला को मनरेगा श्रमिक का दर्जा, महिला उद्यमिता बोनस से महिला उद्यमिता पार्क की स्थापना, गंगा-गाय योजना से लेकर महिला बकरी पालन योजना तक अनेक कार्य इस दिशा में राज्य के आगे बढ़ते कदमों के कुछ उदाहरण हैं।
आप कांग्रेसजनों के हाथों में जिस समय तक मेरा पत्र पहुंच रहा होगा उत्तराखण्ड खुले में शौंच की समस्या से मुक्त होने का उत्सव मना रहा होगा। सायद आप और मैं इस मौके पर नहीं बुलाये जायेंगे। परन्तु यह सत्य है कि, वर्ष 2014 में मात्र 34 प्रतिशत घरों में शौंचालय थे आज 3 वर्षों में शतप्रतिशत उपलब्धत्ता है। आपकी एक बड़ी उपलब्धी राज्य खाद्यान्न सुरक्षा योजना है। पंाच किलो गेहॅू चार रूपया दर पर, दस किलो चावल नौ रूपये दर पर, आधा किलो चीनी प्रति यूनिट 13 रूपये किलो की दर पर, देश में ए0पी0एल0 कार्ड धारकों को सबसे सस्ता गेहॅू, चावल देने वाला राज्य उत्तराखण्ड है। हमारी मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना व व्याधी नीधि योजना राज्य के नागरिकों के लिए वरदान है। आपकी सरकार ने मलीन बस्तियों में रहने वालों व हजारों पट्टेदारों सहित वर्ग-3, 4 आदि श्रेणियों के कब्जेदारों को मालिकाना हक देकर ऐतिहासिक कार्य किया है। हमारी उत्तराखण्ड जन आवास योजना जिसके तहत पैंतीस हजार घर बन रहे हैं, प्रधानमंत्री आवास योजना से ज्यादा आकर्षक है व निम्न आय वर्ग के लिए वरदान है।
मैं इन सब बातों को आपको इसलिए स्मरण करवा रहा हॅू, क्योंकि कल यही सब बातें या जानकारियां आपके हाथ में एक प्रभावी राजनैतिक हथियार होंगी। जिसका उपयोग आप अपने साथ लोगों को जोड़ने ंके लिए करेंगे। चुनाव जितने के लिये भले ही हम इनका उपयोग नहीं कर पाये, मगर आगे हम इनका उपयोग कर सकेंगे। हम बहुत कुछ करते हुए चुनाव हारे हैं। गैरसैंण से लेकर चारधाम यात्रा व अर्द्ध कुम्भ के आयोजन तक नई सरकार के सम्मुख हमारे द्वारा किये गये कार्यों का एक पुराना मापदण्ड खड़ा है। देखते हैं, नई सरकार कितना काम करती है। यदि हमसे अच्छा काम करेंगे तो उत्तराखण्ड जीतेगा और हम उत्तराखण्ड की जीत चाहते हैं। यदि नई सरकार अच्छा नहीं करेगी तो वर्ष 2019 व 2022 में अपनी इन्ही योजनाओं के हथियार से आप कांग्रेस को जीतायेंगे। हार मातम मनाने से नहीं बदलती है, हार को स्वीकार कर, चुनौती के सामने डठने से आगे जीत हासिल होती है। मैंने हार की पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है। पार्टी का भविष्य का नेतृत्व तैयार करिये। मैं पूरा सहयोग दूंगा। आपकी सरकार ने ढाई-तीन वर्ष में उत्तराखण्ड को आगे की ओर बढ़ाया है, राज्य की तरक्की की मजबूत बुनियाद डाली है। आज गांव, गाड़-गधेरे, गरीब, मडुवा, गन्ना और बहुत कुछ सब राज्य की प्राथमिकताओं में है। अपने लिये सबने किया, कांग्रेस सरकार ने कुछ न कुछ सबके लिए किया-क्या यह पूंजी कम है। इसी पूंजी को आगे रखकर उत्तराखण्ड की ओर देखिये और अपनी पार्टी का झण्डा उठाईये, आगे बढ़िये। आपको हर मोड़ पर कार्यकर्ता साथी के रूप में हरीश रावत खड़ा मिलेगा।
सादर,
आपका,
(हरीश रावत)
(ये खत हरीश रावत की फेस बुक वॉल से लिया गया है। जिसे उन्होंने किशोर को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद लिखा है।)