नानकमत्ता डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या को 24 घंटे से अधिक बीत गए हैं। हत्यारे अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। माना जा रहा है हत्या में शामिल शूटर पेशेवर हैं। उन्होंने पूरी प्लानिंग से पहले रेकी कर डेरे की गतिविधियों को परखा और मौका ताककर पांच सेकेंड में बाबा पर दो गोलियां दागकर राइफल लहराते भाग गए।
कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
बाबा तरसेम सिंह की हत्या मामले में पूरी घटना में बड़ा सवाल कानून व्यवस्था पर उठ रहा है। लोकसभा चुनाव में तमाम सख्ती होने के बावजूद शूटर क्षेत्र में न सिर्फ घुसे बल्कि बल्कि कईं दिन रैकी कर उनके मंसूबे कामयाब भी हो गए। एक सवाल ये भी उठ रहा है कि राइफल और बाइक बदमाश अपने साथ लेकर आए थे या फिर क्षेत्र से ही उन्हें किसी ने मुहैया कराई थी।
सामने आया घटनाक्रम का CCTV फुटेज
पूरे घटनाक्रम सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया है। जिसमे देखा जा सकता है कि किस तरह आराम से हत्यारे बाइक में सवार होकर डेरे में दाखिल हो रहे हैं। बाइक जैसे ही डेरे के भीतर कुर्सी पर बैठे बाबा तरसेम तक पहुंची। बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने हाथ में पकड़ी राइफल से उन पर गोली दाग दी। बाबा जैसे ही कुर्सी से जमीन पर गिरते हैं और फिर बाबा की कुर्सी के पीछे से बदमाश बाइक घुमाकर दूसरी गोली उन पर दागता है। इसके बाद बदमाश आराम से बाइक पर भाग जाते हैं।
डेरे में रहकर ही कर रहे थे बाबा की रेकी
बता दें हत्या को अंजाम देने वाले आरोपियों ने 19 मार्च को नानकमत्ता गुरुद्वारे की सराय का कमरा नंबर 23 बुक कराया था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बदमाश पिछले 10 दिनों से यहीं रहकर बाबा की रेकी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि दोनों चंपावत स्थित रीठा साहिब जाने की बात कहकर कमरे में ठहरे हुए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी डेरे के दूसरे गेट से भाग निकले। इससे साफ जाहिर होता है कि दोनों अपराधी वहां की भौगोलिक स्थिति को अच्छे से जानते थे।