राजधानी महिला दून अस्पताल में पहले ही डाक्टरों की भारी कमी चल रही है और ऊपर से जो डाक्टर अस्पतालों मे है वो भी मरीजों के हित मे नजर नहीं आ रहे हैं..
आपको बता दें कि दून के महिला दून अस्पताल की 6 डाक्टर एक साथ छुट्टी पर चली गई है जिससे कि अस्पताल मे आने वाली गर्भवती महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है..वही अस्पताल की सीएमएस मीनाक्षी जोशी का कहना है कि डॉक्टरो की एपलीकेशन ने बाद उनको छुट्टियां दी गई है और कुछ के ट्रांसफर के कारण दिक्कतों का सामना करना पढ रहा है.
हॉस्पिटल की हालात देख कर तो यही लग रहा है कि हॉस्पिटल डॉक्टरो के सहारे नही बल्कि मरीजों के सहारे चल रहा है..क्योंकि बेबस बिमार मरीज तो इलाज के लिए कतारो पर खड़े है और सारे मरीज हॉस्पिटल में टकटकी लगाए बैठे डॉक्टरो का इंतजार कर रहे है… मानों वही ड्यूटी दे रहे हो..
अस्पताल में गैरमौजूदगी के कारण सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा डॉक्टर और नर्स की बर्खास्तगी को बाद भी शायद चिकित्सा बिभाग की आँखे नहीं खुली..तभी एक बार फिर चिकित्सा विभाग ने इतनी बड़ी लापरवाही को संज्ञान में नहींं रखा.
जब राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल का ये हाल है तो और अस्पतालों की हालातो की कल्पना करना जरा भी मुश्किल नहीं होगी..